देहरादूनः उत्तराखंड में राजनीतिक हलचलों के बीच कैबिनेट विस्तार कुछ समय के लिये टल गया है। सियासी जानकारों की माने तो नवरात्रों के बाद प्रदेश के कैबिनेट को विस्तार दिया जायेगा।
उत्तराखंड में होना वाला कैबिनेट विस्तार नवरात्रों तक टल गया है। 23 मार्च को धामी सरकार के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं। जिसे लेकर सरकार प्रदेशभर में जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। जश्न के बाद ही कैबिनेट विस्तार की तैयारी होगी। इसके अलावा कहा जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान में कैबिनेट विस्तार को लेकर अंतिम सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में धामी कैबिनेट की कुर्सियां नवरात्र के बाद ही अलग रूप में नजर आएंगी।
इस बार का कैबिनेट विस्तार आसान नहीं होने वाला है. पार्टी और सरकार दोनों को माथापच्ची करनी पड़ रही है। दरअसल इस बार पार्टी और सरकार को राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों को साधने के साथ-साथ प्रेमचंद अग्रवाल के प्रकरण से उपजी नाराजगी को भी थामना होगा। यही वजह है कि कैबिनेट विस्तार में साफ छवि का विधायकों ही मौका देने पर अधिक जोर रहने वाला है।