दुनिया भर में चीन की खूब अलोचना हो रही है। दुनिया के कई देश चीन की नीतियों से खफ़ा हैं। जिस कारण अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चीन अलग-थलग पड़ने लगा है। भारत के साथ सीमा विवाद के बाद अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जापान सहित कई देशों ने एक साथ चीन के खिलाफ मोर्चा खोला। अमेरिका लगातार चीन पर आक्रामक रुख अपनाये हुए है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सीमा विवाद को लेकर चीन को जमकर खरीखोटी सुनाई। पोम्पियो ने कहा कि चीन का अपने सभी पडोसी देशों से सीमा विवाद है। हाल में भारत-चीन तनाव पर उन्होंने कहा कि लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर भारत ने चीन की हेकड़ी निकाल दी। पोम्पियों ने भारतीय कार्रवाही की खूब तारीफ की।
नई दिल्लीः चीन की विस्तारवादी नीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन को जमकर खरीखोटी सुनाई। पोम्पियों ने कहा कि चीन का ऐसा कोई पड़ोसी देश नहीं है जिसके साथ उसका सीमा विवाद न हो। हाल में ही चीन ने भूटान के साथ भी अपने सीमा विवाद का जिक्र किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस दौरान लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर भारत की जवाबी कार्रवाई की भी जमकर तारीफ की।
भारत ने दिया चीन को मुंहतोड़ जवाब
भारत-चीन सीमा विवाद पर पोम्पियो ने कहा कि मैंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस बारे में बात की। चीन ने बिना किसी उकसावे के आक्रामक कार्रवाई की और भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने हाल में ही भूटान के साथ सीमा विवाद का जिक्र किया था। हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से लेकर समुद्र में वियतनाम के सेनकाकू द्वीपों तक चीन का सीमा विवाद है। चीन के पास क्षेत्रीय विवादों को भड़काने का एक पैटर्न है। दुनिया को इस तरह की शैतानी करते रहने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
- हाइलाइट्स
- चीन पर जमकर बरसे अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, कहा – चीन का सभी देशों से सीमा विवाद
- पोम्पियो ने लद्दाख सीमा पर भारतीय एक्शन की तारीफ की, कहा- भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
- अमेरिका में टिकटॉक बैन पर पोम्पियो बोले- नागरिकों के डेटा सिक्योरिटी को लेकर हम गंभीर, कर रहे समीक्षा
भूटान का दिया साथ
पोम्पियो ने चीन-भूटान विवाद पर कहा कि चीन का कोई पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जो यह कह सके कि वे जानते हैं कि उनकी संप्रभुता कहां खत्म हो रही है और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी उसका सम्मान करेगी। भूटान के लोगों के लिए यह निश्चित रूप से सच है। इसका जवाब देने के लिए दुनिया को एक साथ आना चाहिए। पोम्पियो ने कहा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस बढ़ते विस्तारवादी प्रयासों को राष्ट्रपति ट्रंप ने गंभीरता से लिया है।
कोरोना वायरस चीन की देन
पोम्पियो ने कहा कि चीन डरपोक देश है। वह अपने लोगों को खुले तौर पर भावनाएं व्यक्त करने की अनुमति नहीं देता। चीन की क्म्युनिस्ट पार्टी के पास विश्वसनीयता का संकट है। वह दुनिया को कोरोना वायरस की सचाई बताने में विफल रहा है। इस कराण दुनियाभर में अबतक लाखों लोग मर चुके हैं।