बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा को अब सिर्फ तीन दिन का समय बचा है, लेकिन धाम को जाने वाला आस्था पथ अभी तक यात्रा के लिए तैयार नहीं हो पाया है। जोशीमठ के पास सेलंग, बिरही चाड़ा, टैय्या पुल और झड़कुला में हाईवे बेहद तंग हालत में पहुंच गया है।
मई तक होगा काम पूरा
दरअसल, यात्रा शुरू होने के ठीक पहले जोशीमठ बाजार में सीवर लाइन और नाली निर्माण के लिए हाईवे को जगह-जगह खोदा गया है जिससे यात्रा संचालन में दिक्कतें आ सकती हैं। एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास) और बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने 20 अप्रैल तक हाईवे को पूरी तरह से चाक-चौबंद करने का दावा किया था, लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट यह है कि मई माह के अंत तक ही हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए सुगम हो पाएगा।
सड़क संकरी और खतरनाक
चमोली बाजार से बदरीनाथ धाम तक लगभग 98 किलोमीटर बदरीनाथ हाईवे गुजरता है। चमोली से सेलंग तक हाईवे पर ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य पूर्ण हो गया है। यहां कुछ जगहों पर एनएच की ओर से डामरीकरण की तैयारी की जा रही है। बिरही चाड़े में चट्टान कटिंग और पुश्ता निर्माण कार्य जारी है। यहां करीब 20 मीटर तक सड़क संकरी और खतरनाक बन गई है।
हाईवे के बीचोबीच चल रही खुदाई
जोशीमठ से करीब पांच किलोमीटर पहले सेलंग, झड़कुला और जोगीधारा में हाईवे पर हिल कटिंग का काम अभी आधा-अधूरा हुआ है। यहां हाईवे किनारे बोल्डर और मलबे का निस्तारण भी नहीं किया गया है। जिससे वाहनों को आवाजाही में दिक्कतें आएंगी। जोशीमठ बाजार में मारवाड़ी चौक पर सीवर लाइन को ठीक करने क लिए हाईवे के बीचोबीच खुदाई चल रही है। जबकि बाजार में डामरीकरण कार्य भी शुरु कर दिया गया है।
अभी तक नहीं हुआ मार्ग निर्माण
छावनी बाजार की ओर हाईवे किनारे नाली निर्माण कार्य चल रहा है। जोशीमठ से मारवाड़ी तक हाईवे डामरीकरण कार्य अब शुरु हो रहा है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा जोशीमठ-नृसिंह मंदिर मार्ग पर संचालित होनी है, लेकिन अभी तक यह मार्ग भी तैयार नहीं हुआ है। यहां पुश्ता निर्माण कार्य चल रहा है। मौसम खराब हुआ तो कार्य पिछड़ जाएगा।