हरिद्वार। कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवान गंगा में अपने मेडल विसर्जित करने पहुंचे हैं। खिलाड़ियों के हरिद्वार गंगा में अपने मेडल विसर्जित करने की खबर ने न केवल दिल्ली बल्कि, उत्तराखंड की सियासत में भी हलचल मचा दी है। जगह-जगह पर कांग्रेस के कार्यकर्ता और कई सामाजिक संगठन खिलाड़ियों के इंतजार में खड़े हैं। वहीं दिल्ली से निकले पहलवानों का जत्था हरिद्वार पहुंच गया है। उधर, गंगा सभा ने हर की पैड़ी पर मेडल विसर्जन का विरोध किया है। इसे देखते हुए पहलवान नाई सोता घाट पहुंचे हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि पहलवान कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं।
नाई सोता घाट पहुंचे पहलवान
मेडल विसर्जित करने के लिए पहलवान नाई सोता घाट पहुंचे हैं। पहले ऐसी चर्चा थी कि पहलवान हर की पैड़ी पर मेडल गंगा में प्रवाहित करेंगे। नाई सोता घाट भी हर की पैड़ी के पास ही है। मेडल गंगा में प्रवाहित करने के लिए साक्षी मलिक और विनेश फोगाट हरिद्वार पहुंची हैं। हरिद्वार में जाट महासभा के अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी उनके साथ हैं। इसके साथ ही सैकड़ों लोग भी पहलवानों के समर्थन में गंगा घाट पहुंचे हैं।
गंगा सभा ने पहलवानों का किया विरोध
हरिद्वार गंगा सभा ने हर की पैड़ी पर पहलवानों के मेडल विसर्जित करने का विरोध किया है। गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा है कि हर की पैड़ी लाखों करोड़ों हिंदुओं की आस्था का स्थल है। यहां पर किसी भी राजनीतिक मुद्दे को तूल देने के लिए कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि पहलवानों की ओर से किए जा रहे मेडल विसर्जन का विरोध किया जाएगा। उन्हें पहले गंगा आरती में बैठने को कहा जाएगा। उनसे निवेदन किया जाएगा कि वो इस तरह का कृत्य हर की पैड़ी पर न करें। यदि वे नहीं मानते हैं तो गंगा सभा इसका विरोध करेगी।
बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग
बता दें कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज होने के बाद भी उनकी गिरफ्तारी न होने पर महिला पहलवान आंदोलनरत हैं। इस बीच उन्होंने अपने मेडल को गंगा में विसर्जित करने का ऐलान किया। इतना ही नहीं पहलवान दिल्ली से मेडल लेकर हरिद्वार पहुंच चुके हैं।