लोकपर्वः प्रदेश भर में हरेला की धूम, लाखों पौधे रोप लोगों ने किया धरती का श्रृंगार

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उत्तराखंड की संस्कृति में लोकपर्वों का खास महत्व है। ये पर्व यहां की लोक परम्पराओं को भी जिंदा रखते हैं। ‘हरेला’ भी उन्हीं में से एक है। हरेला पहाड़ के सुख-समृद्धि व शांति का प्रतीक है। यह अच्छी फसल का सूचक भी है। यही वजह है कि पहाड़ में हरेला को धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार भी प्रदेश भर में हरेला मनाया गया। जगह-जगह लोगों ने पौधे रोप कर धरती का श्रृंगार किया। हरेला के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देहरादून में स्मृति वन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध लोकगायक जीत सिंह नेगी की स्मृति में एक पौधा भी रोपा।

देहरादूनः हरेले का पर्व सूबे में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पूजा, अर्चना के बाद नौ, 10 दिन पहले बोए गए हरेले को काटकर मंदिरों में चढ़ाया गया। इसके बाद हरेला शिरोधारण किया गया। पूरे प्रदेश में लोगों ने मंदिर में हरेला चढ़ाया और पूजा, अर्चना की। बुजुर्गों ने जी रया जागि रया, यो दिन मास भेटने रया जैसे आशीर्वचन दिये। बच्चों ने भी एक दूसरे के सिरों पर हरेला चढ़ाकर उनके सुखमय जीवन की कामना की।

मान्यता है कि हरेले पर लगाया गया पौधा नहीं सूखता है। इसलिए कई जगह पौधरोपण कर उनके संरक्षण का भी संकल्प लिया गया। घरों में विभिन्न पकवान भी बनाए गए। कोरोना काल में इन दिनों प्रवासी भी गांव लौटे हैं। प्रवासी बच्चों ने भी दादा, दादी और अन्य परिजनों संग हरेला मनाया। हरेले के साथ ही अब सावन मास भी शुरू हो गया है।

आशीर्वचनों पर कोरोना का असर
हरेला के आशीर्वचनों पर कोरोना का असर देखा गया। सोशल मीडिया पर हरेला के आशीर्वचन जी रया, जागि रया के स्थान पर जी रया, जाग रया, मास्क पैरिया, सैनिटाइजर लगाया, द्वि गज दूरी धरया, आपण घरों में रया, भ्येर ना आया, यो दुष्ट बीमारी हबे दूर रया की धूम मची रही।

सीएम ने किया स्मृति वन का उद्घाटन
प्रदेश में हरेला की धूम के बीच सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अस्थल, रायपुर, देहरादून में उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय जीत सिंह नेगी की पुण्य स्मृति में पौधा लगा कर स्मृति वन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने सभी से अनुरोध किया कि वे अपने दिवंगत परिजनों और मित्रों की स्मृति एवं किसी भी शुभ अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि हमें न केवल पौधे लगाने हैं, बल्कि इनकी उचित देखभाल भी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने कहा कि इन वृक्षों को सुरक्षित रखना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने गांव के प्रधान एवं क्षेत्रवासियों से इन पौधों के संरक्षण के लिए एक-एक, दो-दो पौधे गोद लेने का भी आह्वान किया।

प्रदेश में रोपे गये लाखों पेड़
मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पौधे कम लगाए जाएं परंतु जितने भी लगाए जाएं उनको जीवित रखने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। इसके लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इससे जुड़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष हरेला के लिए हमने बहुत बड़ा लक्ष्य रखा था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण, सामाजिक दूरी बनाए रखने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। फिर भी इस वर्ष देहरादून जिले में 2 लाख 75 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, इसमें आज लगभग 3 लाख 50 हजार पौधे लगाए गए हैं। इसमें 60 हजार से अधिक फलदार पौधे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने प्रदेश को हराभरा बनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी की आवश्यकता है।

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