उत्तराखंड में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। हर तरफ बारिश, बाढ़ और तबाही देखने को मिल रही है, जिससे आपदा जैसे हालात हो गए हैं। बारिश से सड़कें बाधित हैं तो नदियां उफान पर है। वहीं पहड़ियां दरकने से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिस कारण लोग घरों में कैद से हो गए हैं। उत्तराखंड में आज बुधवार को भी आठ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, अन्य पांच जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया।
इन जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
बता दें कि मौसम विभाग ने चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बारिश का रेड अलर्ट और उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, हरिद्वार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, सभी जिलों में बिजली चमकने और तेज गर्जना के साथ कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना है।
केदारनाथ यात्रा पर रोक
उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश में कुदरत जमकर कहर बरपा रही है। जिसका असर चारधाम यात्रा पर पड़ रहा है। दरअसल, खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। इसके अलावा खीर गंगा के उफान पर आने से सड़क भी बह गई है। केदारनाथ यात्रा के लिए आए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया है। उधर, चार राज्य मार्ग और 10 संपर्क मार्ग मलबा आने से बंद हैं। मंदाकिनी और अलकनंदा नदियां उफान पर हैं।
26 स्टेट हाईवे समेत 273 सड़कें बंद
प्रदेश में भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों के ऊफान पर आने से सड़कें लगातार बंद हो रही हैं। बीते 24 घंटे में कुल 341 सड़कें बंद हुई हैं। इनमें से 193 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 148 सड़कें सोमवार को बंद हुईं। रविवार देर शाम तक 68 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 273 सड़कें अब भी बंद हैं। प्रदेश में टिहरी-घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग, मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग, लबंगांव-कोटालगांव-घनसाली-तिलवाड़ा, बांसबाड़ा-मोहनखाल मोटर मार्ग, घट्टूगाड़-रिखणीखाल-बीरोंखाल मोटर मार्ग, सिलक्यारा-वनगांव-सरोट मोटर मार्ग, मीनस अटाल, सहिया-क्वानू, चकराता-लाखामंडल, दारागाड़-कथियान सहित कुल 26 राज्य मार्ग बंद हैं।
40 हजार की आबादी प्रभावित
उधर, अल्मोड़ा में भी बारिश का दौर लगातार जारी है। जिले के सभी 11 ब्लाकों में बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। बारिश से पहाड़ी से मलबा आने से नौ सड़कें बंद रही। जिससे 40 हजार की आबादी सीधे प्रभावित रही। सभी बंद मोटरमार्गों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। इससे जहां राहगीरों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा।