उत्तराखंड में मॉनसून के तेवर तल्ख हैं। फिलहाल आफत की बारिश से प्रदेशवासियों को राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। क्योंकि अगले दो दिन बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। वहीं आज भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। राजधानी देहरादून समेत कई पहाड़ी इलाकों में सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई।
भारी बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों में बुधवार और बृहस्पतिवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि, 21 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और देहरादून में कहीं-कहीं तेज गर्जना और बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 19 से 21 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने से सड़क और राजमार्ग अवरूद्ध हो सकते हैं।
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे समेत 239 सड़कें बंद
सुबह बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे झरझर गार्ड रानाचट्टी के पास मलबा आने से बंद हो गया है। वहीं, गंगोत्री हाईवे मनेरी डैम के पास मलवा आने से बंद है। टीमें हाईवे खोलने में जुटी हैं। इसके अलावा भारी बारिश के कारण विभिन्न पर्वतीय जिलों में जगह-जगह भूस्खलन और स्लिप आने से 239 सड़कें बंद हैं। दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी जगह-जगह बंद हुए, लेकिन देर शाम तक मार्गों को सुचारू कर दिया गया था। सड़कों को खोलने के काम मेें 216 जेसीबी मशीनों को लगाया गया। पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सड़कों को खोलने के काम में बाधा आ रही है।
अब तक 2282 सड़कें हुईं बंद
प्रदेश में 15 जून से अभी तक कुल 2282 सड़कें बंद हो चुकी हैं। इनमें से 2043 को खोल दिया गया है। जबकि 29 पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, इनमें से कुछ पुलों को आवागमन के लिए फौरी तौर पर बंद कर दिया गया है। लोनिवि के आकलन के अनुसार पुलों और सड़कों को पूर्व स्थिति में लाने के लिए 16738.29 लाख रुपये के बजट की जरूरत होगी।