प्रदेश सरकार उत्तराखंड पंचायत यात्रा निकालेगी। यह पंचायत यात्रा गांव-गांव में जाएगी। इस दौरान लोगों को स्वच्छता और सफाई के प्रति जागरूक करने के साथ ही गांव की आर्थिकी बढ़ाकर उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
दरअसल, पंचयतीराज एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज के मुताबिक यह यात्रा प्रत्येक गांव जाएगी। यात्रा के माध्यम से ग्रामीणों को मधुमक्खी पालन, मशरूम फार्मिंग, मालाबार नीम और बांस उगाने की प्रेत्साहित किया जाएगा गांव के किसी स्वतंत्रता सेनानी या बड़े बुजुर्ग के नाम पर गांव में एक उत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। इस उत्सव में गांव के उत्पादों के अलावा वहां के पारंपरिक भोजन की व्यवस्था होगी।
पंचायती राज निदेशालय में आयोजित समीक्षा बैठक में सतपाल महाराज ने कहा कि 15वें वित्त आयोग से वर्ष 2022-23 के लिए पंचायत के सशक्तिकरण और अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए प्रदेश को टाइट फंड से 263.35 करोड़ और अनटाइट फंड से 175.61 करोड रुपए प्राप्त हुए हैं। जबकि 2023-24 के लिए टाइट फंड से 267 करोड़ और अनटाइट फंड से 178 करोड़ महाराज ने प्राप्त बजट को शत प्रतिशत खर्च किए जाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, ताकि आगे भी पंचायतों के सशक्तिकरण के लिए केंद्र से राज्य को पैसा मिल सके। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग पैसा खर्च करने में सबसे पीछे रहा है, जबकि हरिद्वार में पंचायत चुनाव के कारण बजट खर्च में कुछ विलंब हुआ है। पंचायत मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पंचायत भवनों के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। पूरा बजट गांव के विकास पर खर्च होना चाहिए।