प्रदेश के उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृति शिक्षा, सहकारिता, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने कालाढूगी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कोटाबाग राजकीय महाविद्यालय के साथ ही बैलपडाव में पीएचसी सेन्टर का निरीक्षण के साथ ही राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग में स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के अधिकारियों के साथ बैठक कर दिये दिशा निर्देश। इसके उपरान्त मंत्री डा0 रावत द्वारा सुशीला तिवारी चिकित्सालय में घायल मरीजो से मुलाकात के साथ ही उच्च शिक्षा निदेशालय गौलापार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मंत्री रावत ने राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग में चाहरदीवारी, खेल प्रांगण के समतलीकरण एवं गेट बनाने कार्यों हेतु 5 करोड की धनराशि देने की घोषणा की। डॉ. रावत ने कहा कि कोटाबाग राजकीय महाविद्यालय में कृषि संकाय शीघ्र खोला जायेगा यह प्रदेश का प्रथम महाविद्यालय होगा। उन्होंने कहा आने वाले सत्र के लिए दो विषयो में एमए की कक्षायें प्रारम्भ की जायेंगी साथ ही यूजीसी के मानकों के अनुसार शीघ्र ही राजकीय महाविद्यालय में कृषि विषय की कक्षायें भी प्रारम्भ कर दी जायेगी।
रावत ने राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग में जलजीवन मिशन योजना के अन्तर्गत जलसंस्थान के अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर महाविद्यालय में शीघ्र जलसंयोजन कराने के निर्देश दिये। उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान डॉ. रावत ने उच्च शिक्षा के प्राचार्य को निर्देश दिये कि बच्चों से संवाद कर उनकी आवश्कतानुसार कार्य को प्राथमिकता दें। उन्होने कहा सरकार द्वारा महाविद्यालयों को कार्यो हेतु जो बजट दिया जा रहा है प्राचार्य कार्यों की प्राथमिकता को देखते हुये कार्य करें। उन्होंने बैठक में निदेशक उच्च शिक्षा को निर्देश दिये कि राजकीय महाविद्यालय में कृषि विषय की कक्षायें प्रारम्भ करने हेतु शीघ्र प्रस्ताव बनायें ताकि आने वाले सत्र में कृषि विषय की कक्षायें प्रारम्भ हो सके।
माध्यमिक शिक्षा की बैठक लेेते हुये डा0 रावत ने जिला शिक्षा अधिकारी नागेन्द्र बर्थवाल को निर्देश दिये कि जनपद में जीर्णशीर्ण विद्यालयों की सूची बनाकर ध्वस्तीकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा जनपद में जितने भी विद्यालयों में फर्नीचर, प्रयोगशाला उपकरण,शौचालय के साथ ही पानी की समस्या है तो शीघ्र प्रस्ताव बनाने के निर्देश बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयोें में 10 से कम छात्र-छात्रायें हैं उन विद्यालयों के बच्चों को 5 किमी क्षेत्र के कलस्टर विद्यालयों में शिफ्ट किया जायेगा। इस हेतु उन्हाेंने कलस्टर विद्यालयों के शीघ्र प्रस्ताव बनाने भी निर्देश दिये। उन्होेंने कहा कि कलस्टर स्कूल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला को बनाया जाएगा। कलस्टर स्कूल का प्रधानाचार्य सभी स्कूलों में प्रशासनिक व्यवस्था को देखेगा। स्कूल में शिक्षक लंबी छुट्टी पर जाता है या किसी विषय का शिक्षक सेवानिवृत्त हो गया है या तबादला हो गया है तो कलस्टर स्कूल का प्रधानाचार्य ही वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करेगा। यानी दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को अस्थायी तौर पर उस स्कूल का कार्यभार तब तक सौंपा जा सकता है जब तक वहां पर नए शिक्षक की तैनाती नहीं हो जाती। उन्होंने कहा प्रधानाचार्य अपने स्तर पर यह निर्णय ले सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में संचालित पीएम श्री विद्यालयों में प्रत्येक विद्यालय को 2 करोड तथा प्रत्येेक कलस्टर विद्यालयों को 1 करोड रूपये की धनराशि का आवंटन कर दिया गया है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकार द्वारा जनहित में जो भी योजनायें संचालित की जा रही है उन योजनाओं की सूचना जनप्रतिनिधियों के साथ ही क्षेत्रीय विद्यायक को भी देना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान डा0 रावत ने सीएससी सेन्टर कोटाबाग में बालरोग विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती के निर्देश सीएमओ डा0 भागीरथी जोशी को दिये। उन्होंने कहा कोटाबाग, कालाढूंगी सामुदायिक सेन्टरों में 108 पुराने वाहनों के स्थान पर नये वाहन भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये कि जिन चिकित्सकों का व्यवहार आम जनता एवं मरीजों के साथ सही नही है तो उन चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाए।
इसके उपरान्त मंत्री डा0 धनसिंह रावत ने विगत दिनों कालाढूगी घटगढ़ में बस दुर्घटना से हुये घायलों का हाल जानने के लिए सुशीला तिवारी चिकित्सालय पहुचकर मरीजों का हाल जाना। उन्होंने डा0 अरूण जोशी को निर्देश दिये कि घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरती जाए साथ ही उन्हांेने कहा कि अधिकांश मरीज ठीक होकर चले गये है वर्तमान में चिकित्सालय में बस दुर्घटना के 4 मरीज उपचार हेतु भर्ती हैं। उन्होंने मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
डा0 धनसिंह रावत ने सांय उच्च शिक्षा निदेशालय में उच्च शिक्षा के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के 25 माडल कालेजो के लिए 172 करोड जारी कर दिये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 81 डिग्री कालेजों में आईटी लैब, वाचनालय बनाये जायेंगे ताकि बच्चे हर प्रकार से दक्ष हो सके। उन्होंने कहा समर्थ पोर्टल के माध्यम से 67 हजार बच्चो ने उच्च शिक्षा में एडमिशन लिया है यह देश का प्रथम राज्य में जहां से 48 प्रतिशत बच्चों नेे इन्टर के बाद डिग्री कालेजों में एडमिशन लिया है। डा रावत ने कहा कि प्रदेश का कोई भी बच्चा उच्च शिक्षा से वंचित नही होगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक बंशीधर भगत, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, सुरेश भटट,जोगा सिंह मेहरा,विनोद बधानी कमल बोरा, दीप ढौढियाल, यशपाल, विकास भगत,नवीन भटट के साथ ही अपर सचिव स्वास्थ्य नमामि बंसल, कुलपति प्रो0 दीवान सिंह रावत, निदेशक चिकित्सा डा0 तारा आर्या, निदेशक उच्च शिक्षा प्रो0 चन्द्र दत्त सूठा,सीएमओ डा0 भागीरथी जोशी, डा0 ऊषा जंगपांगी, प्राचार्य नवीन भगत के साथ ही जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।