उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड दे दस्तक देना शुरू कर दिया है। वहीं उत्तराखंड के लिए मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई है। ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई। रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ समेत कई जिले में बर्फबारी देखने को मिली। इसके साथ ही आज भी मौसम विभाग ने इस सप्ताहांत पर्वतीय जिलों के 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है। केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में भी हिमपात हुआ। जबकि, कुछ जगह बारिश हुई।
पर्यटकों ने बर्फबारी का उठाया लुत्फ
बारिश-बर्फबारी की वजह से निचले इलाकों में ठंड बढ़ गई। जानकारी के अनुसार, केदारनाथ में करीब डेढ़ फीट तक बर्फ गिर गई है। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते मौसम खराब बना रहा। केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में भी हिमपात हुआ। उधर, औली में बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिल उठे। सैलानियों ने बर्फबारी के जमकर लुत्फ उठाया। माना जा रहा है कि इस बार उत्तराखंड में अच्छा हिमपात होगा, जिससे यहां पर्यटन कारोबार अच्छा रहेगा।
पहाड़ों में बारिश-बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा
पहाड़ों में जहां बारिश और बर्फबारी हो रही है, वहीं इसके चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। कोहरा भी परेशानी का सबब बना हुआ है। बीते दो दिनों से हरिद्वार, नैनीताल (मैदानी क्षेत्र) और उधम सिंह नगर जिले में सुबह काफी कोहरा देखने को मिल रहा है। कोहरे की वजह से कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं, जिसके चलते यात्रियों को परेशानी हो रही है।
30 नवंबर को येलो अलर्ट
मौसम विभाग के निदेशक डॉ बिक्रम सिंह ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तराखंड के कुछ जिलों में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की संभावना है। 30 नवंबर को राज्य के सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।