देहरादूनः वेतन कटौती को लेकर रोडवेज कर्मचारी और प्रबंधन के बीच भारी टकराव चल रहा है। कर्मचारियों की मांग न माने जाने के विरोध में रोड़वेज के कर्मचारियों ने 9 सितम्बर से बेमियादी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। यूनियन के नेताओं ने कड़े तेवर दिखाते हुए चेतावनी दी है कि वेतन में कटौती जब तक वापस नहीं ली जाती, तब तक प्रबंधन से कोई समझौता वार्ता नहीं की जायेगी। इस सिलसिले में यूनियन की अहम बैठक आइएसबीटी कार्यालय में हुई। जिसके बाद हड़ताल का नोटिस प्रबंध निदेशक को सौंप दिया गया है। बैठक में देहरादून एवं ऋषिकेश के पदाधिकारी शामिल हुए, जबकि बाकी ने ऑनलाइन बैठक में भाग लिया।
प्रबंधन से खफा यूनियन
यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक कुमार चैधरी ने आरोप लगाया कि प्रबंधन रोडवेज को खत्म करने की साजिश रच रहा है। चैधरी का कहना है कि कोरोना काल में भी रोडवेज के संविदा व विशेष श्रेणी चालकों-परिचालकों ने परिवार की चिंता किए बिना प्रवासियों के लिए बसों का संचालन किया। गुजरात तक यात्रियों को छोडने गए। इसके बावजूद इन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से प्रबंधन द्वारा परेशान किया जा रहा। चैधरी के मुताबिक पूरे प्रदेश में लगभग अस्सी फीसद बसों का संचालन संविदा व विशेष श्रेणी के चालक व परिचालक करते हैं। इनकी संख्या करीब 3000 है। अनलॉक की प्रक्रिया में जब से बसों का संचालन शुरू हुआ, तब से इन्हीं चालक-परिचालकों के जरिए बस संचालन हो पाया था। इन सबके बावजूद प्रबंधन ने मई के वेतन में आधी कटौती कर दी।
- ये है यूनियन की मांगें
- हाईकोर्ट के 10 जनवरी 2017 के आदेश का हो पालन।
- रोडवेज में समान काम समान वेतन व्यवस्था लागू किया जाए।
- विशेष श्रेणी व संविदा कर्मियों के मई के वेतन की कटौती वापस लें।
- सेवानिवृत्त कर्मियों के लंबित भुगतान किया जाए।
- सभी कार्मिकों से पद के अनुरूप कार्य लिया जाए।
- देहरादून आइएसबीटी का स्वामित्व रोडवेज को दिया जाए।
- ट्रांसपोर्टनगर में शीघ्र कार्यशाला शुरू की जाए।
- 25 अगस्त को अपर मुख्य सचिव से हुई वार्ता में बनी सहमति लागू हो।
हाईकोर्ट में दिया झूटा हलफनामा
यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि जब प्रबंधन द्वारा हाईकोर्ट में हलफनामा दिया था कि रोडवेज में समान काम-समान वेतन की प्रणाली लागू है तो फिर वेतन में कटौती का क्या मतलब है। वैसे भी सरकार रोडवेज में वेतन के लिए आर्थिक सहायता दे रही, तो वेतन कटौती सरासर गलत है। यूनियन इस फैसले पर खामोश नहीं बैठेगी। चैधरी ने कहा कि तयशुदा कार्यक्रम के तहत 09 सितंबर को देहरादून आइएसबीटी समेत सभी मंडलों में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद बेमियादी कार्य बहिष्कार कर दिया जाएगा।