मुद्दा: छह बुजुर्ग महिलाओं का पानी के लिए सत्याग्रह, सरकार जल जीवन मिशन के विज्ञापन तक सीमित

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हजारों-हजार झरनों, चश्मों और नदियों के संगीत से गूंजने वाला गंगा और यमुना का मायका जल अभाव होने से त्रस्त है। यह हाल तब है जब बरसात बरस कर निकला है। सूबे में पेयजल संकट का आलम यह है कि 102 वर्षीय बुजुर्ग महिला को पीने के पानी के लिए सत्याग्रह करना पड़ रहा है। इस सत्याग्रह में वह अकेली नहीं है बल्कि गांव की 05 और बुजुर्ग महिलाएं भी हैं। उनके साथ उनके नाती-पोतों से लेकर गांव के दर्जनों महिलाएं और पुरूष भी हैं। जो पानी के लिए लम्बे समय से आंदोलित हैं। उधर सरकार बहादूर जगह-जगह घोषणा कर रही है वह लोगों को एक रूपये में पानी का कनेक्शन देगी। उसे फर्क नहीं पड़ता कि 102 साल की उम्र में गोपुली देवी को पानी के लिए सत्यग्रह करना पड़ रहा।

अल्मोड़ा: द्वाराहाट का ईड़ा गांव इन दिनों सुर्खियों में हैं। जहां पानी के लिए 06 बुजुर्ग महिलाएं सत्याग्रह कर रही है। इन में एक बुजुर्ग महिला गोपुली देवी 102 वर्ष की हैं। वह बताती है ंकि उनका गांव जिले का सबसे बड़ा गांव हैं। जहां लम्बे समय से पेयजल संकट बना हुआ है। लेकिन स्थानीय प्रशासन से लेकर सरकार ने कभी इसकी सुध नहीं ली। लिहाजा ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिसमें गांव की सबसे बुजुर्ग महिलाओं ने प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। विभाग के कारनामों से गुस्साए दो ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।

पानी के नाम पर आश्वासन
ईड़ा ग्राम पंचायत पिछले दो माह से पेयजल संकट से जूझ रही है। ग्रामीणों ने कई बार विभाग और प्रशासन से पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए गुहार लगाई। लेकिन न विभागीय अधिकारियों के कानों में जूं रेंगे और न ही प्रशासन के। जब भी अधिकारियों से बात होती हो हर बार अधिकारी आश्वासन देते। अधिकारियों के उदासीन रवैये से परेशान होकर ग्रामीणों ने बेमियादी भूख हड़ताल शुरू कर दी। इतना ही नहीं गांव की महिलाओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लेकर शाासन और प्रशासन के खिलाफ बिगुल बजा दिया। ग्रामीणों के धरने-प्रदर्शन के बाद भी स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों की सुध नहीं ली। लिहाजा गांव की सबसे बुजुर्ग महिला गोपुली देवी अन्य बुजुर्ग महिलाओं के साथ अनशन पर बैठ गई।

अनशनकारियों के स्वास्थ्य में गिरावट
बीते सात दिन से भूख हड़ताल पर बैठे विपिन आर्या व उमेश सिंह के स्वास्थ्य में गिरावट आई है। मोहन सिंह व कमल बिष्ट ने भी आमरण अनशन शुरू कर दिया है। 102 साल की गोपुली देवी, 90 वर्षीय भागुली देवी, पुष्पा देवी, भगवती देवी, राधिका देवी व पद्मा देवी भी पानी के लिए सत्याग्रह शुरू कर दिया है। बुजुर्ग महिलाओं के अनशन की खबर के बाद जल संस्थान ने हाथ-पैर मारने शुरू कर दिये हैं। जलसंस्थान के कनिष्ठ अभियंता एसएस रौतेला के मुताबिक टैंकरों से पानी मुहैया कराया जा रहा है। जल्द ही ईड़ा गांव में पेयजल आपूर्ति शुरू की जायेगी।

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