रूद्रप्रयागः चार धाम यात्रा मार्ग से सटे होने के बावजूद कई गांव सड़क से महरूम थे। ग्रामीणों ने लिंक रोड़ के लिए कई आंदोलन किये। शासन-प्रशासन से गुहार लगाई। लेकिन ग्रामीणों की मांग हमेशा अनसुनी रही। लगातार उपेक्षा होने से लोगों में भारी नाराजगी बढ़ने लगी। नौबत यहां तक आई कि ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव -2017 और लोकसभा चुनाव-2019 का बहिष्कार करने का मन बनाया। लेकिन केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने उन्हें लोकतंत्र के पर्व का बहिष्कार न करने की सलाह दी और ग्रामीणों से सड़क बनाने का वायदा किया। विपक्षी पार्टी से विधायक होने के बावजूद मनोज रावत ने वायदा पूरा किया। लिहाजा लिंक रोड़ का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ जो उनके हाथों से ही शुरू किया गया।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने बरम्वाड़ी-फेगू-टेमरिया-नागजगई मोटर मार्ग के रोड कटिंग के कार्य का शुभारम्भ कर ग्रामीणों से किया वायदा पूरा किया। 6 किलोमीटर लंबे इस लिंक रो़ड की लागत 5.25करोड़ है। राष्ट्रीय राजमार्ग रूद्रप्रयाग-गौरीकुंड के भीरी-गिवांली गांव से यह लिंक रोड़ फेगू, टेमरिया, बरम्वाड़ी, होते हुए नागजगई में जखोली-गुप्तकाशी स्टेट हाइवे पर मिलेगी।
लिंक रोड़ के शुरू होने से इस क्षेत्र के लोगों की बरसों पुरानी मांग पूरी हो गई। केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित व बरम्वाड़ी गांव के निवासी पुरुषोत्तम तिवाड़ी ने बताया कि इस इलाके में मोटर रोड़ के लिए बीते विधानसभा व लोक सभा चुनावों के बहिष्कार के लिए ग्रामीण आंदोलन की तैयारी में थे। लेकिन विधायक मनोज रावत ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह गांव तक मोटर रोड़ पहुंचायेंगे। उन्होंने कहा विधायक ने अपना वायदा पूरा किया और अब इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। लिंक रोड़ का शिलान्यास होते ही ग्रामीणों के चेहरे खुशी से झूम उठे। उन्होंने इस कार्य के लिए केदारनाथ विधायक के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान बरम्वाड़ी के ग्राम प्रधान अनूप रावत ने विधायक के कार्यों की खूब प्रशंसा की और उन्हें संवेदनशील इंसान बताया।