श्रीनगर: सुमाड़ी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के स्थाई कैंपस को लेकर एक्टिव रहने वाले एनआईटी के निदेशक प्रो. श्याम लाल सोनी का निधन हो गया है। प्रो. सोनी कोरोना से पीड़ित थे और ऋषिकेश एम्स में भर्ती थे। एनआईटी के कुलसचिव डाॅ. पी.एम. काला ने उनके निधन की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि प्रो. सोनी को 18 नवम्बर को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया जहां उनका निधन हो गया। प्रो. सोनी की एनआईटी उत्तराखंड का स्थायी परिसर बनाने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। वे अकसर कहा करते थे कि अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले सुमाड़ी में परिसर बनाकर जाएंगे।
प्रो. सोनी ने सात नवंबर 2017 को एनआईटी श्रीनगर गढ़वाल के निदेशक का पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले वे मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। 37 साल तक अध्यापन कर चुके प्रो. सोनी के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 110 से अधिक रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। उनके नाम तीन पेटेंट भी हैं।
मूलरूप से जयपुर निवासी प्रो. सोनी को अगस्त 2018 में कैंसर हो गया था। मजबूत इच्छा शक्ति के चलते प्रो. सोनी ने कैंसर जैसी बीमारी को मात दी और काम पर लौटे। इस बीच वे एनआईटी के सेटेलाइट कैंपस से कामकाज देखते रहे। लेकिन इसी साल अगस्त महीने से वह श्रीनगर में बैठने लगे। 18 नवंबर की रात को उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उन्हे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। जांच में वे कोरोना संक्रमित निकले। उपचार के दौरान उन्होंने शुक्रवार को दम तोड़ दिया।