लखनऊ: कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी प्रदर्शन हुए। प्रदेश में आयोजित किसान यात्रा में धरने पर बैठे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत में लिया गया। अखिलेश ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर इसे सांसद होने के नाते अपने विशेषाधिकार हनन का मामला बताया और हस्तक्षेप की मांग की।
सपा अध्यक्ष को आज कन्नौज में किसान यात्रा में शामिल होना था, मगर उससे पहले ही पुलिस ने उनके घर और पार्टी दफ्तर के आसपास का इलाका बैरिकेड लगाकर सील कर दिया। अखिलेश कन्नौज जाने के लिये अपने घर से निकले तो पुलिस ने उनकी गाड़ी रोक ली। इससे नाराज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश धरने पर बैठ गये। बाद में उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस वैन में बैठा दिया गया और इकोगार्डन ले जाया गया।
धरने के दौरान अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा भाजपा का यह तानाशाहीपूर्ण रवैया है। उसने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। भाजपा के लिये कोई कोरोना नहीं है। सिर्फ विपक्षियों के लिये है। भाजपा देश में कहीं भी सभाएं और चुनाव प्रचार कर ले, उसके लिये कोई कोरोना नहीं है। सरकार कोरोना के सहारे लोकतंत्र का गला घोंटना चाहती है।