चीन की कठपुतली बन चुका नेपाल इन दिनों भारत विरोधी गतिविधियों को धड़ल्ले से अंजाम दे रहा है। नेपाल ने हाल ही में अपना नया राजनैतिक नक्शा जारी कर उसमें उत्तराखंड के तीन स्थानों को शामिल किया और उस अपना दावा जताया। इसके बाद नेपाल अब अपने तमाम एफएम चैनलों पर भारत विरोधी गानों का प्रसारण कर रहा है। तनाव के बीच नेपाली एफएम चैनल भारत विरोधी गाने बजाकर लिपुलेख और कालापानी के इलाकों को भारत से वापस मांगने की बात कह रहे हैं। नेपाल के एफएम चैनल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में साफ सुनाई दे रहे हैं।
पिथौरागढ़ः बीते कई दिनों से भारत के खिलाफ खड़े दिखाई दे रहे नेपाल ने अब अपने एफएम चैनल्स पर भारत विरोधी गानों का प्रसारण शुरू कर दिया है। चीन और भारत के बीच उपजे तनाव के बीच नेपाली एफएम चैनल भारत विरोधी गाने बजाकर लिपुलेख और कालापानी के इलाकों को भारत से वापस मांगने की बात कह रहे हैं। इन गानों का प्रसारण धारचुला एफएम समेत कुछ और चैनलों पर हो रहा है, जिसे पिथौरागढ़ सहित अन्य जिलों में सुना जा सकता है।
- हाइलाइट्स
- नेपाल के एफएम चैनलों पर हो रहा भारत विरोधी गानों का प्रसारण
- पिथौरागढ़ में नेपाली एफएम पर सुनी जा रही है आवाज
- भारत विरोधी गानों का दिन भर में कई बार हो रहा प्रसारण
- गानों में भारत से तमाम इलाकों को वापस लेने का जिक्र
उत्तराखंड के स्थानीय लोगों का कहना है कि नेपाली एफएम चैनल पर इन दिनों भारत विरोधी गाने सुनाई देने लगे हैं। इन गानों को हर घंटे कई बार बजाया जाता है। लोगों ने बताया कि जब से नेपाली एफएम चैनलों ने भारत विरोधी गाने बजाने शुरू किये तब से उन्होंने इन चैनलों को सुनना बंद कर दिया है।
हाल ही में रिकॉर्ड किए गाने
लोगों का कहना है कि एफएम पर प्रसारित होने वाले गानों में नेपाल की सरकार से उन भारतीय इलाकों को वापस लेने की बात कही जा रही है, जिन्हें हाल ही में नेपाल ने अपने नक्शे का हिस्सा बताया है। भले ही भारत ने इसपर कड़ा विरोध जताया हो, लेकिन इसके बावजूद भी एफएम पर प्रसारित हो रहे गाने नेपाल की नियत को साफ करने को काफी हैं। माना जा रहा है कि इन गानों को हाल के कुछ महीनों में ही रिकॉर्ड कराया गया है और इनमें से कुछ यू-ट्यूब जैसे सोशल प्लैटफॉर्म्स पर भी शेयर किए गए हैं।