कर्णप्रयागः वॉर मैमोरियल शताब्दी समारोह समिति द्वारा फैसला लिया गया है कि इस बार प्रथम विश्व युद्ध के नायक और प्रथम विक्टोरिया क्रास विजेता दरबान सिंह नेगी की 70वीं पुण्यतिथि सादगी के साथ मनाई जायेगी। विक्टोरिया क्रास विजेता दरबान सिंह नेगी की पुण्यतिथि प्रत्येक वर्ष 24 जून को मनाई जाती है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते समिति ने फैसला लिया है कि वह इस बार पुण्यतिथि समारोह का आयोजन नहीं करेंगे।
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि पुण्यतिथि पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम निरस्त कर दिये हैं। इस बार विक्टोरिया क्रास विजेता दरबार सिंह नेगी के पैतृक गांव करबारतीर में हिमनद संस्था द्वारा श्रीमद् भागवत का आयोजन किया जाना था। लेकिन संस्था के प्रमुख वीरेंद्र जुयाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को भविष्य में आयोजित करेंगे।
कौन थे दरवान सिंह नेगी
दरवान सिंह नेगी का जन्म 4 मार्च 1883 को उत्तराखंड के करबर्तिर गांव जिला चमोली में हुआ था। प्रथम विश्वयुद्ध दौरान वह 39वीं गढ़वाल राइफल्स की 1ली बटालियन में नायक (कॉरपोरल पद के समकक्ष) थे। 23 की रात से 24 नवंबर 1914 को उनकी रेजिमेंट फेस्तुबर्त के निकट दुश्मन से ब्रिटिश खाईयों को वापस हासिल करने का प्रयास कर रही थी। दो बार सिर और बांह में घाव लगने और राइफलों की भारी गोली-बारी और बमों के धमाके के बीच होने के बावजूद दरवान सिंह नेगी उन प्रथम सैनिकों में थे, जिन्होंने खाइयों में घुसकर उन्हें जर्मन सैनिकों से मुक्त कराया। पांच दिसंबदर 1914 को फ्रांस के रणक्षेत्र में ब्रिटेन के सम्राट किंग जार्ज पंचम तथा क्वीन मेरी ने प्रथम भारतीय सैनिक नायक दरवान सिंह को 23 व 24 नवंबर 1914 के युद्ध में अभूतपूर्व रणकौशल, शौर्य एवं वीरता से खुश होकर विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया।
वहीं समिति ने दरबान सिंह नेगी की पुण्यतिथि को सादगी से मनाने की बात कही। समिति के पदाधिकारियों ने फैसला लिया है कि विक्टोरिया क्रस से सम्मानित दरबान सिंह नेगी की पुण्यतिथि पर प्रदेश भर में अलग-अलग जगह उनके चित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्ज्वलित किया जायेगा। इसके साथ ही सीमा संकट पर विजय प्राप्त करने के लिए यज्ञ का आयोजन भी किया जायेगा। जिसके लिए विभिन्न स्थानों के लिए संयोजक नियुक्ति कर दिये गये हैं।
इसमें लखपत सिंह नेगी और सुदर्शन सिंह को उनके पैतृक गांव करबारतीर, कर्णप्रयाग में सुभाष गैरोला, गोपेश्वर में मंगला कोठियाल, कर्नल डी.एस.बर्त्वाल, देहरादून में कल्याण सिंह एवं डाॅ. ताजबर सिंह पड़ियार, लखनऊ में कर्नल वी.एस.नेगी एवं दुर्गा प्रसाद नौटियाल, दिल्ली में विरेंद्र जुयाल, मोहन कोटियाल, नारायणबगड़ में डाॅ हरपाल सिंह नेगी एवं गंभीर सिंह नेगी को जिम्मेदारी दी है।