हर समाज को चाहिए कि वह अपने इतिहास से सीख ले: मुख्यमंत्री

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देहरादून : जो समाज अपने इतिहास को याद नहीं करता उस समाज का वजूद धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। प्रत्येक समाज को चाहिए वह अपनी नई पीढ़ियों को अपने इतिहास से परिचित करायें। उन्हें पता होना चाहिए कि इस गौरवशाली इतिहास के पीछे हमारे पूर्वजों का संघर्ष और उनका बलिदान निहित है।

यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड क्षत्रिय कल्याण समिति की स्मारिका ‘क्षत्रिय जागरण’ के सप्तम अंक के विमोचन अवसर पर कही। मुख्यमंत्री आवास स्थिति सभागार में कहा कि प्रत्येक समाज का अपना एक वैभवशाली इतिहास रहा है। हमारे पूर्वजों ने अपनी मातृभूमि के लिए बलिदान दिया है। उन्हें याद करना हर समाज का दायित्व है। उन्होंने कहा कि हर समाज को अपने इतिहास से सीख लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड क्षत्रिय कल्याण समिति अपने सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहा है। समिति सामाजिक कुप्रथाओं व रूढ़ीवादी विचारों के उन्मूलन, उत्तराखण्ड की सभ्यता एवं सांस्कृतिक विरासत के संवर्द्धन के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि समिति को चाहिए कि वह अपने सामाजिक दायित्वों का दायरा बढ़ाये ताकि समाज के गरीब, पिछड़े और असक्त लोगों को लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री ने क्षत्रिय जागरण स्मारिका को लेकर कहा कि इसमें पौराणिक एवं समसामयिक घटनाओं का सही समावेश किया गया है। देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पराक्रमियों का भी स्मारिका के माध्यम से स्मरण किया गया है। इसके साथ ही क्षत्रिय जागरण स्मारिका में उत्तराखण्ड की पौराणिक एवं सांस्कृतिक जानकारी के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए हुए जन आन्दोलनों एवं राज्य के लिए विशिष्ट योगदान देने वाले लोगों के कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। समाज के हित में क्षत्रिय कल्याण समिति द्वारा किये गये प्रमुख कार्यों को भी स्मारिका में प्रकाशित किया गया है।

जल संरक्षण एवं संर्वद्धन के क्षेत्र में उत्तराखंड क्षत्रिय कल्याण समिति द्वारा किये जा रहे कार्यों की मुख्यमंत्री ने प्रशंसा की और कहा कि जल के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में राज्य सरकार द्वारा भी अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। वर्षा जल के संचय के साथ ही राज्य में अनेक झीलों का निर्माण किया जा रहा है। लोगों को ग्रेविटी आधारित जल मिले इसके लिए सौंग एवं जमरानी बांध परियोजना पर कार्यवाही गतिमान है। सूर्यधार झील बनकर तैयार है और मलढ़ूंग बांध पर भी कार्यवाही चल रही है। लिहाजा जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए उत्तराखण्ड क्षत्रिय कल्याण समिति से भी सहयोग लिया जा सकता है।

इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, उत्तराखण्ड क्षत्रिय कल्याण समिति के अध्यक्ष भरत सिंह बिष्ट, महासचिव बृज भूषण रावत, स्मारिका के सम्पादक अतुल नेगी लक्ष्मण सिंह बिष्ट पूरण सिंह सजवाण, दिगम्बर सिंह नेगी, शीशपाल सिंह गुसाईं , वी० पी० सिंह बिष्ट, डा० हेमंत बिष्ट, मोहन सिंह चैहान, अधिवक्ता रवि नेगी, पत्रकार राज नितिन सिंह रावत, गबर सिंह बिष्ट , पूर्व राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गुसाईं मौजूद रहे । समारोह में प्रदेश भर से आये क्षत्रिय संगठनों के पदाधिकारियों और सदस्यों ने शिरकत की और इस आयोजन को सफल बनाया।

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