दहशतः भूकंप के 3 झटकों से कांपा देश, लद्दाख से लेकर पूर्वोत्तर तक हिली धरती

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भूगर्भीय हलचल के चले हिमालयी क्षेत्रों में लगातार भूकंप आ रहे हैं। शुक्रवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में आये भूकंप के झटकों की वजह से लोगों में दहशत का माहौल बना। भूकंप के तेज झटके लद्दाख में सबसे ज्यादा महसूस किए गए। इसके बाद स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं हरियाणा में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये।

श्रीनगरः कोरोना वायरस की वजह से जहां एक ओर पूरे देश में दहशत का माहौल है। उधर, भारत के अलग-अलग राज्यों में पिछले कुछ महीनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। लद्दाख में शुक्रवार शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, करगिल से उत्तर-पश्चिम में 200 किलोमीटर की दूरी पर यह भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.5 दर्ज की गई है।

उधर, पूर्वोत्तर के राज्यों में ही पिछले एक महीने में कम से कम 10 बार भूकंप आ चुका है। शुक्रवार को मेघालय के तुरा से 79 किलोमीटर पश्चिम की ओर भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.3 मापी गई है। फिलहाल किसी भी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

  • हाइलाइट्स
  • भारत के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार को भी थर्राई जमीन, अब लद्दाख में लगे भूकंप के झटके़
  • शुक्रवार को मेघालय और हरियाणा में भी लोगों ने महसूस किया था भूकंप, होश फाख्ता
  • करगिल से उत्तर पश्चिम में 200 किलोमीटर की दूरी पर आया यह भूकंप, 4.5 दर्ज की गई तीव्रता

हरियाणा में भी झटके
इससे पहले हरियाणा के रोहतक में भी भूकंप का हल्का झटका लगा है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.8 दर्ज की गई है। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का झटका दोपहर में लगा है। इससे पहले बुधवार को भी रोहतक में भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया था। रोहतक में बीते एक महीने में भूकंप के 9 झटके लग चुके हैं।

जानिए कितने भूकंपीय जोन में बंटा है देश
भारतीय मानक ब्यूरो ने विभिन्न एजेंसियों से प्राप्त वैज्ञानिक जानकारियों के आधार पर पूरे भारत को चार भूकंपीय जोनों में बांटा है। इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक जोन 5 है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। जानिए भारत का कौन सा क्षेत्र किस जोन में स्थित है।

जोन 5
जोन-5 में पूरा पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड गुजरात में कच्छ का रन, उत्तर बिहार का कुछ हिस्सा और अंडमान निकोबार द्वीप समूह शामिल है। इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।

जोन-4
जोन-4 में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के बाकी हिस्से, दिल्ली, सिक्किम, उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग, सिंधु-गंगा थाला, बिहार और पश्चिम बंगाल, गुजरात के कुछ हिस्से और पश्चिमी तट के समीप महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा और राजस्थान शामिल है।

जोन-3
जोन-3 में केरल, गोवा, लक्षद्वीप द्वीपसमूह, उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्से, गुजरात और पश्चिम बंगाल, पंजाब के हिस्से, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक शामिल हैं।

जोन-2
जोन-2 भूकंप की दृष्टि से सबसे कम सक्रिय क्षेत्र है। इसे सबसे कम तबाही के खतरे वाले क्षेत्र की श्रेणी में रखा गया है। जोन-2 में देश का बाकी हिस्से शामिल हैं।

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