पिथौरागढ़: उत्तराखंड में हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक लगातार कई हादसे हो चुके हैं। रविवार का दिन सड़क हादसों का दिन रहा सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में पमतोड़ी के पास कार 100 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और एक व्यक्ति की हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हुई।
पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है। पूर्व शिक्षक चंदन सिंह बसेड़ा (61) अपने परिवार के साथ नैनीताल जिले के हल्द्वानी में रहते हैं।
रविवार को चंदन सिंह बसेड़ा मूल गांव में पूजा कर अपने परिवार के साथ कार से बागेश्वर की तरफ जा रहे थे।
तभी थल से 9 किमी दूर पमतोड़ी के पास दोपहर करीब एक बजे उनका गाड़ी से नियंत्रण खो गया और कार बेकाबू होकर 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस दौरान वहां से दो युवकों ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और खाई में उतकर रेक्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। खाई में गिरी कार के परखच्चे उड़ गए थे।
इस हादसे में चंदन सिंह बसेड़ा की पत्नी तुलसी देवी, चंदन सिंह बसेड़ा के छोटे भाई गोविंद सिंह बसेड़ा की पत्नी आशा बसेड़ा और उनकी साली तारा देवी की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी माता देवकी देवी का इलाज के दौरान हॉस्पिटल में निधन हो गया। कार चला रहे चंदन सिंह बसेड़ा और छोटा भाई गोविंद सिंह बसेड़ा (57) घायल हो गए।
सभी को पुलिस ने 108 की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गोचर में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और इसके बाद उन्हें जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, लगातार सड़क हादसे होने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।