मद्महेश्वर घाटी की ग्राम मी पंचायत गडगू से लगभग तीन किमी दूर में बुग्यालों में एक दिवसीय जाख मेले का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं ने शामिल होकर विश्व समृद्धि की कामना की और अनेक प्रकार के व्यंजन जाख राजा को अर्पित कर मनौती मांगी।
जाख राजा की डोली के सुरम्य बुग्यालों से गडगू गांव पहुंचने पर एक दिवसीय जाख मेले का आयोजन हुआ। मेले के आयोजन से गडगू गांव से लेकर तीन किमी दूर सुरम्य मखमली बुग्यालों के भूभाग का वातावरण भक्तिमय बना रहा। ब्रह्म बेला पर विद्वान आचार्य शिव प्रसाद सेमवाल ने गडगू गांव में भगवान मद्महेश्वर व जाख मंदिर में पंचाग पूजन कर भगवान मद्महेश्वर, जाख राजा सहित तैतीस कोटि देवी- देवताओं का आवाह्न कर आरती उतारी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने जाख राजा की डोली का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी।
बता दें कि ठीक नौ बजे जाख राजा की डोली अनेक देवी- देवताओं के निशाणो, स्थानीय वाद्यो यंत्रों की मधुर धुनों, महिलाओं के मांगलिक जागरों व सैकड़ों भक्तों की जयकारों के सुरम्य मखमली बुग्यालों के लिए रवाना हुई। जिसके बाद गडगू गांव के मध्य विराजमान मुख्य मन्दिर की तीन परिक्रमा कर खेत खलिहानों में नृत्य कर ग्रामीणों को आशीष दिया।
ग्रामीणों ने जाख राजा की डोली का पुष्प अक्षत्रों से भव्य स्वागत कर लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व समृद्धि की कामना की। गडगू गांव से लेकर तीन किमी दूर सूरम्य मखमली बुग्यालों तक फैले भूभाग में जाख राजा की डोली ने प्राकृतिक जल स्रोतों व विसुणी नदी में परम्परानुसार गंगा व तीर्थ स्नान किया। जाख राजा की डोली के मखमली बुग्यालों में पहुंचने पर वहां मौजूद सैकड़ों भक्तों के जयकारों से सम्पूर्ण भाग गुंजायमान हो उठा। इस दौरान पण्डित अखिलेश सेमवाल ने पंचमुखी आरती से जाख राजा की डोली की अगुवाई की। दोपहर बाद ग्रामीणों ने अनेक प्रकार के व्यंजन जाख राजा को अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। मेले में मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि भविष्य में जाख मेले को और अधिक भव्य रूप देने की सामूहिक पहल की जायेगी।