देहरादून : गूलरभोज के जगजीत सिंह और नौशाद के पास कतर और बिहार से हवाला के जरिये छह लाख रुपये पहुंचे थे। इसमें से जगजीत को दो लाख रुपये मिले थे।
पुष्टि होने पर ऊधमसिंह नगर पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने उसके स्वजन से पूछताछ के बाद अब उनके बैंक खाते खंगालने शुरू कर दिए है। ताकि पता चल सके कि उसका अभी भी स्वजन से संपर्क है या नहीं।
2018 में टैक्सी चालक की हत्या में जेल गए गूलरभोज के कोपा कृपाली गांव निवासी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा अप्रैल 2022 में पैरोल पर बाहर आने के बाद से फरार हो गया था।
दिल्ली में एटीएस ने जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को नौशाद के साथ आतंकी गतिविधि में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ ही दिल्ली पुलिस उससे पूछताछ में जुट गई थी।
ऊधमसिंहनगर पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी दिल्ली गई थी। इस दौरान पता चला कि जगजीत सिंह और नौशाद को टास्क पूरा करने के लिए हवाला के जरिये छह लाख रुपये बिहार और कतर से आए थे। जिसमें से जगजीत को दो लाख रुपये मिले थे।
इस सूचना के बाद गुरुवार को पुलिस अधिकारियों और खुफिया एजेंसियों ने गूलरभोज पहुंचकर जगजीत के स्वजन से पूछताछ की। हालांकि परिजनों का कहना था कि जब से वह पैरोल पर फरार हुआ था, तब से उनका उससे न तो कोई संपर्क है और न ही उसने कभी किया था।
STF ने शनिवार को दिनेशपुर, रुद्रपुर और किच्छा के चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे जगजीत सिंह के संबंध में पूछताछ की गई। पता लगाया गया कि उनकी जगजीत सिंह से मुलाकात कहां हुई और पैरोल पर भागने के बाद उससे संपर्क था या नहीं।
STF अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि अधिकतर की जगजीत सिंह से मुलाकात जेल में हुई थी। पैरोल के दौरान जब जग्गा भागा था, तब से उनके संपर्क में नहीं था।