जोशीमठ: जोशीमठ आपदा प्रभावित लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांगे पुनर्वास और मुआवजे को लेकर हैं। लेकिन, दोनों ही मसलों पर सरकार अब तक कोई फैसला साफ तौर पर नहीं ले पाई है।
एक तरफ जहां लोगों के होटल तोड़ दिए गए और मकानों को तोड़ने का भी सिलसिला जल्द शुरू होगा। वहीं, दूसरी ओर अब तक कितना और किस आधार पर मुआवजा दिया जाएगा, तय नहीं हो पाया।
इससे लोग आक्रोशित हैं। इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि जोशीमठ के आंदोलन को माओवादी ताकतें हवा दे रही हैं।
उनके इसी बयान पर कम्युनिस्ट नेता कामरेड अतुल सती ने पलटवार किया है। अतुल सती ने इस पूरे मामले को लेकर फेसबुक में एक पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने महेंद्र भट्ट पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
अतुल सती ने लिखा है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का बयान आया है कि जोशीमठ की आपदा पीड़ित जनता, जो सरकार की उपेक्षा, नाकामी, नकारेपन के कारण आंदोलन को विवश है। ठंड में, बरफ में धरने पर बैठी है.. माओवादी है…देशद्रोही है…चीन की एजेंट है ।
उन्होंने सवाल किया कि महेंद्र भट्ट जिस दिन आपने अपने घर पर हमें बेवकूफ बनाने के लिये बुलाया, उस दिन हम देशी ही थे या उस दिन भी आप चीन वालों से ही बात कर रहे थे ?
जोशीमठ में जो आपकी पार्टी के कार्यकर्ता आपके खिलाफ नारे लगा रहे थे, आपको जिन्होंने निकल जाने पर विवश किया वे भी चीनी थे ? तो आपकी पार्टी में वे क्या कर रहे थे .?
जिस दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वार्ता के लिये हमें बुलाया और वार्ता की उस दिन मुख्यमंत्री देश के ही लोगों से वार्ता कर रहे थे अथवा चीनियों से .?
27 जनवरी को सम्पूर्ण पैनखण्डा की जनता ने हजारों की तादाद में जोशीमठ में प्रदर्शन किया वह सब चीनी ही हैं ? यदि ऐसा है तो बगल में बैठे चीन की ही आप मदद कर रहे हैं, जो इसी ताक में बैठा है।
हम तो सीमा के प्रहरी हैं, हमारे यहां से लोग सीमा पर गोली खाते रहे हैं। मेरे पिता स्वयं सेना में रहे हैं और तमाम लोग परिवार के सेना में तैनात रहे और हैं भी। यह आपका बयान उन सभी लोगों का अपमान है। कल ही जोशीमठ के लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी को आपकी सरकार ने ही सम्मानित किया है। वे हमारे भाई हैं, तो क्या वे भी चीनी है ं?
आपको अगर जरा भी संवेदनशीलता और राजनैतिक नैतिकता हो तो अपने इस दुर्भावनापूर्ण व घटिया बयान के लिये माफी मांगे।
अन्यथा जोशीमठ की देशभक्त जनता सीमा की प्रहरी जनता, जिसने देश के लिये व सेना के लिये बहुत सी कुर्बानियां दीं, आपको कभी माफ नहीं करेगी। पीड़ित जनता की मदद नहीं कर सकते मत कीजिये मगर कम से कम यह तो न कीजिये।