देहरादून: आम आदमी पार्टी ने भाजपा में अंतर्कलह पर चुटकी ली है। आप नेता नवीन ने कहा कि भाजपा में विधायकों और मंत्रियों के बीच आपसी तालमेल की कमी हमेशा रही। विधायक और मंत्री सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते रहे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने विधायकों और मंत्रियों पर प्रभाव बनाने में नाकाम रहे। जिसका सीधा असर प्रदेश के विकास कार्योें पर पड़ा।
आप प्रवक्ता नवीन ने एक बयान में कहा कि भाजपा के कई विधायकों और मंत्रियों की अफसरशाही को लेकर नाराजगी खुल कर सामने आई। दरअसल जिन जनप्रतिनिधियों ने मिलकर सूबे के विकास में योगदान देना था वो अफसरशाही को लेकर आपस में उलझे रहे। लिहाजा पिछले चार साल में आपसी लड़ाई के चलते सूबे का विकास नेपथ्य में जा रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हालात देखिए लोग सड़कों पर आंदोलनरत हैं, बेरोजगार परेशान हैं, कई संघठन अपनी मांगो को लेकर सड़कों पर हैं लेकिन भाजपा सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ की नाराजगी पहले भी सामने आती रही लेकिन अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लिखे चिठ्ठी ने एक बार फिर बीजेपी के उस नारे की पोल खोल दी। सबका साथ, सबका विकास की बात करने वाली भाजपा अपने ही विधायकों और मंत्रियों को साथ लेकर नहीं चल पा रही है। ऐसे में वह कैसे प्रदेश की विकास की बात कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संघठन में भारी अंतर्कलह है। पार्टी में लोग उपेक्षित हैं, अनुशासन की बात करने वाली बीजेपी, आज खुद अंतर्कलह के चलते असमंजस की स्थिति में है।
आप प्रवक्ता ने कहा, पिछले लगभग चार सालों पर गौर फरमाए तो त्रिवेंद्र सरकार की उपलब्धि में मंत्रियों, विधायक की नाराजगी के अलावा प्रदेश बेरोजगारी अव्वल रहा है। सरकार गलत आंकड़े पेश कर बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है। आम आदमी पार्टी ने त्रिवेंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, आपसे ना विधायक संभल पा रहे, ना मंत्री आपकी सुन रहे, सूबे की जनता में आपको लेकर नाराजगी है।