उत्तराखंड में एक यूनिवर्सिटी में छेड़खानी का मामला सामने आया है। मामला खुलने पर छात्रों ने यूनिवर्सिटी में जमकर बवाल बचाया। देहरादून-पौंटा साहिब नेशनल हाईवे पर भी जाम लगार अपना विरोध किया।
दरअसल, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में छात्राओं के एक हॉस्टल की वार्डन ने चीफ वार्डन पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। चीफ वॉर्डन की इस शर्मनाक करतूत से छात्रों में उबाल आ गया था। प्रबंधन की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो छात्र-छात्राओं ने रविवार को हंगामा शुरू कर दिया। परिसर में हंगामे के बाद हाईवे पर जाम लगाने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने स्थिति को संभाला। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंस्पेक्टर प्रेमनगर प्रदीप बिष्ट ने बताया कि आक्रोश बीते 12 मार्च की घटना को लेकर बढ़ा। आरोप है कि उस दिन रात में पुरुष हॉस्टल का चीफ वार्डन जेएस कटौच महिला हॉस्टल की चीफ वार्डन के कमरे में पहुंचा। आरोप है कि वहां गलत हरकत की। इस दौरान वह चिल्लाई तो हॉस्टल के कमरों में सोयी लड़कियां उठकर आईं।
इस दौरान आरोपी फरार हो गया। उन्होंने संस्थान प्रबंधन से शिकायत की। प्रबंधन ने मामले में कार्रवाई नहीं की। घटना के बारे में महिला हॉस्टल के बाद पुरुष हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को इस घटना के बारे में पता लगा। सभी रविवार को इकट्ठा हुए विरोध शुरू कर दिया। बिष्ट ने बताया कि पीड़ित महिला वार्डन ने कहा कि घटना को लेकर यूनिवर्सिटी में प्रबंधन में शिकायत की थी।
उन्होंने रविवार शाम पुलिस को तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने आरोपी पुरुष हॉस्टल के चीफ वार्डन जोगेंद्र चंद कटौच के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर लिया है। उत्तरांचल लॉ कॉलेज के डीन डॉ. राजेश बहु्गुणा ने बताया कि शिकायत के बाद आरोपी वार्डन को सस्पेंड किया गया था और जांच बैठा दी थी।