देहरादूनः प्रदेश में नव सृजित सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अस्थित्व में आ गया है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना जारी होने के उपरांत विश्वविद्यालय तो अस्तित्व में आ गया लेकिन विश्वविद्यालय की गतिविधियों को संचालित करने के लिए कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है। जिस कारण विवि में कामकाज शुरू नहीं हो पाया है। वहीं कुलपति पद की चाह में कई दावेदारों ने देहरादून में डेरा जमाया हुआ है।
कई हैं कुलपति के दावेदार
विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार विवि में पहले कुलपति की नियुक्ति का अधिकार सरकार के पास होता है। ऐसे में राज्य सरकार को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति करनी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के कुलपति के लिए कई दावेदार है। जो कि अलग-अलग माध्यमों से सरकार के पास अपनी पैरवी कर रहे हैं। कई दावेदारों ने देहरादून की दौड़ भी लगाई है। सरकार इस पद पर किसे नियुक्त करती है यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि सरकार की मंशा नये विवि को चलाने के लिए किसी कुशल और अनुभवी व्यक्ति को नियुक्त करने की है। जिस वहज से उपयुक्त व्यक्ति न मिलने से कुलपति की नियुक्ति में देरी हो रही है।
नैनीताल से चल रही व्यवस्था
उत्तराखंड सरकार ने नया विश्वविद्यालय तो बना दिया है। लेकिन इसके संचालन के लिए ठोस व्यवस्था नहीं की है। नवीन विश्वविद्यालय में कामकाज का संचालन हो सके इसके लिए विवि में कुलपति एवं कुलसचिव की नियुक्ति होनी आवश्यक है। लेकिन विवि में अभी तक कुलपति की नियुक्ति नहीं होने से नवीन विश्वविद्यालय का कामकाज शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था का संचालन कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से चल रहा है ।
ऐसे हुआ था गठन
अक्तूबर 2019 में जीबी पंत पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल अल्मोड़ा में प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक हुई थी। देहरादून से दूर अल्मोड़ा में आयोजित कैबिनेट बैठक में स्व. सोबन सिंह जीना के नाम पर नया विवि बनाने का फैसला हुआ था। इसके बाद नए विवि का एक्ट विधानसभा में पारित किया गया। हाल ही में नए विवि के एक्ट को राज्यपाल ने मंजूरी दी। प्रदेश सरकार की ओर से उच्च शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिंह रावत ने नए विवि की अधिसूचना जारी की। विश्वविद्यालय की अधिसूचना जारी होने के बाद सोबन सिंह जीना विवि अस्तित्व में आया।
अल्मोड़ा होगा मुख्यालय
नए विश्वविद्यालय का मुख्यालय सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा में होगा। इसके अलावा विवि के बी.डी. पांडे पीजी काॅलेज, बागेश्वर और लक्ष्मण सिंह महर पीजी काॅलेज पिथौरागढ़ दो अन्य परिसर होंगे। कुमाऊं मंडल के चारों जिलों जिसमें पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर और चम्पावत के सभी डिग्री काॅलेजों को यह विश्वविद्यालय संबद्धता प्रदान करेगा। एक्ट के मुताबिक उत्तराखंड आवासीय विवि का अस्तित्व अब समाप्त हो जाएगा।