मिलावट का कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसा ही सब कुछ शहदौरा में छापेमारी के दौरान देखने को साफ दिखाई दिया। जहां धीमा जहर लोगों को खिलाने की तैयारी की जा रही थी।
मुर्गे के दाने से बन रही थी मिठाई
शहदौरा में छापेमारी के दौरान मुर्गी दाने से डोडा बर्फी बनाने का खुलासा हुआ है। यहां बनी मिठाई ने ऊंची दुकानों पर मिलने वाली मिठाई की भी पोल खोल कर रख दी है। शहदौरा में जिस तरह मुर्गी दाने से डोडा बर्फी तैयार की जा रही थी, उसे बनते हुए कोई देख लें तो मिठाई खाने से भी तौबा कर ले। बावजूद इसके वहां पर पिछले नौ वर्षों से मिठाई तैयार कर नामी मिठाई की ब्रांडेड दुकानों पर बिक रही थी।
पहाड़ों में इस तरह होती है सप्लाई
मिलावटी मिठाई की मार्केटिंग योजनाबद्ध तरीके से की जा रही थी। बरामद मिठाई को रुद्रपुर, किच्छा, ट्रांजिट कैंप, सितारगंज व हल्द्वानी तक संचालक की कार द्वारा पहुंचाया जाता था। जबकि अल्मोड़ा व आगे के पर्वतीय क्षेत्र तक मिठाई पहुंचाने के लिए बसों का सहारा लिया जाता है।
दो अलग -अलग लैब में होगी टेस्टिंग
मिलावटी मिठाई बनाने वालों के लिए पुलिस ने भी पुख्ता व्यवस्था की है। एक सैंपल भर कर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी की ओर से रुद्रपुर स्थित फूड लैब में जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस द्वारा भी सैंपल लिया गया है। पुलिस उसको अलग लैब में जांच के लिए भेजेगी। जिससे किसी तरह के शक की कोई गुंजाइश न हो और शक के बिनाह पर मिलावटी मिठाई का कारोबार करने वाले बच न सके।