देहरादून : भर्ती परीक्षाओं में धांधली के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC Recruitment 2023) ने बड़े फैसले लिए हैं। आयोग ने तीन भर्ती परीक्षाओं को निरस्त कर दिया है, जबकि एक भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दे दी गई है। इसके अलावा 07 भर्तियों पर निर्णय लेने के लिए शासन से विधिक राय मांगी है। वहीं दूसरी ओर निरस्त की गई परीक्षा में उत्तीर्ण हुये युवाओं ने आयोग के फैसले को एकतरफा बताते हुये विरोध किया और अपने सर मुंडवाये, युवाओं के विरोध को देखते हुये आयोग कार्यालय के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
ये भर्तियां की गई रद्द
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पूर्व में आयोजित तीन भर्ती परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। इन परीक्षाओं में स्नातक स्तरीय (VDO, VPDO), वन दरोगा और सचिवालय रक्षक की भर्ती परीक्षा शामिल है। इन पदों के लिए दोबारा परीक्षा करने का फैसला लिया गया है।
नए अभ्यर्थियों को नहीं मिलेगा मौका
आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि, जिन परीक्षाओं को रद्द किया गया है। उनमें केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे, जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है। उन्हें केवल एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
अब नकलची नहीं दे पाएंगे एग्जाम
आयोग ने फैसला लिया है कि, जिन अभ्यर्थियों का नाम नकल प्रकरण में आया है। उन्हें इस परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। वहीं भविष्य में होने वाली अन्य परीक्षाओं में भी उन्हें नहीं बैठने दिया जाएगा।
8 भर्ती परीक्षाओं की जांच
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं में नकल और धांधली के आरोप के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आयोग की परीक्षाओं की जांच एसटीएफ को सौंपी थी। एसटीएफ ने एक के बाद एक करीब 41 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जांच में विवादित भर्ती एजेंसी आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की भूमिका भी सामने आई, जिसके बाद इस एजेंसी के अन्य भर्तियों में शामिल होने के चलते आठ परीक्षाओं पर विशेषज्ञ कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट आयोग को सौंपी।
एलटी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आठ परीक्षाओं की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई, जिसमें पूर्व आइएएस एसएस रावत को कमेटी का अध्यक्ष और दो सदस्य सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के एडवोकेट जनरल बीके माहेश्वरी व आइटीडीए के विशेषज्ञ संजय माथुर शामिल रहे। कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में एलटी परीक्षा में कोई धांधली जैसी बात का उल्लेख नहीं किया है। इसको देखते हुए 1431 एलटी (सहायक अध्यापक) शिक्षक भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट मिलने से इन पदों के लिए पूर्व में रोकी गई साक्षात्कार की प्रक्रिया 09 जनवरी से शुरू करवाई जा रही है।
7 परीक्षाओं पर ली जा रही विधिक राय
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से गठित जांच कमेटी ने 08 में से केवल एलटी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दी है। जबकि अन्य 07 भर्तियों पर अलग-अलग मत होने के कारण शासन से विधिक राय ली जा जा रही है, जिसके बाद ही इन परीक्षाओं के सम्बन्ध में आगे की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
यह हैं 07 परीक्षाएं और पद
- कनिष्ठ सहायक, 746
- व्यक्तिक सहायक, 660
- मुख्य आरक्षी दूरसंचार, 272
- पुलिस रैकर्स, 250
- वाहन चालक, 164
- कर्मशाला अनुदेशक, 157
- मत्स्य निरीक्षक, 26