देहरादून: उत्तराखंड में पेपर लीक मामला अब भी ठंडा नहीं हुआ है। 2022 में हुए UKSSSC मामले की अब भी जांच चल रही है। इस बीच परीक्षाओं की जिम्मेदारी लोक सेवा आयोग को सौंपी गई। दावे भी किए गए कि नकल माफिया किसी भी तरह से सफल नहीं हो पाएंगे। लेकिन, अब जो सवाल उठ रहे हैं। उसने एक बार फिर से नकल माफिया के फिर से पेपर लीक कराने की बातें सामने आ रही हैं। हालांकि, इन बातों में कितनी सच्चाई है। फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन, मीडिया रिपोर्टों में इसका दावा किया गया है।
तीन दिन पहले हुई पटवारी परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने की बात सामने आई है। जिस से हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में कनखल थाने में दोपहर तक FIR कराने की तैयारी भी शुरू हो गई है। उत्तराखंड STF मामले की छानबीन में जुटी हुई है। इस मामले में लोक सेवा आयोग उत्तराखंड के सभी बड़े जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
लोक सेवा आयोग परिसर में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही हैं और अध्यक्ष राकेश कुमार और सचिव गिरधारी सिंह रावत फोन पर बात नहीं कर रहे हैं। पूरे लोक सेवा आयोग में हड़कंप मचा हुआ है, कोई कुछ बोलने या बताने को तैयार नहीं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग राज्य के 13 जिलों के परीक्षा केंद्रों में 8 जनवरी 2023 को यूकेपीएससी पटवारी/लेखपाल 2022 परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आयोग द्वारा 29 दिसंबर 2022 को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट – psc.uk.gov.in पर जारी किये गए थे।
UKPSC ने 391 पटवारी पदों के लिए भर्तियां जारी की थी। जिसमें अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौढ़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टेहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले शामिल हैं।