टनकपुरः भारत-नेपाल के बीच संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। नेपाल की ओछी हरकतों से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ रही है। टनकपुर से लगे नो मैंसलैंड क्षेत्र में अतिक्रमण के बाद अब सीमा पर नेपाल ने सीसीटीवी कैमरा लगा दिया है जो विवाद की जड़ बन गया। सीसीटीवी के डायरेक्शन को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच अनौपचारिक वार्ता हुई। जिस पर नेपाली अधिकारियों ने इसकी दिशा मोड़ने की बात कही। लेकिन एक सप्ताह के बाद भी नेपाल ने सीसीटीवी कैमरे की दिशा में कोई परिवर्तन नहीं किया। जिससे जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसी फिर अलर्ट मोड़ में आ गई है।
हाल ही में बनबसा में चम्पावत जिलाधिकारी और कंचनपुर (नेपाल) जिले के सीडीओ (मुख्य जिलाधिकारी) की अनौपचारिक वार्ता हुई। जिसमें चम्पावत जिलाधिकारी एस.एन.पांडे ने नेपाली अधिकारी से नेपाल के ब्रह्मदेव के नजदीक लगे सीसीटीवी पर आपत्ति जताई। पांडे ने नेपाली अधिकारी को कहा कि अंतराष्ट्रीय सीमा के प्रोटाॅकाल का नेपाल उल्लंघन कर सीमा पर कैमरों से निगरानी कर रहा है। पांडे ने उन्हें भारतीय सीमा या नो मेंस लैंड से सीसीटीवी हटाने को कहा। जिस पर नेपाली सीडीओ ने कहा कि वे सीसीटीवी की दिशा बदल लेंगे। लेकिन पूरा एक हफ्ता बीतने पर भी कैमरों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
नेपाल की ओर से लगाए गए ये कैमरे आज भी उसी तरह से सीमा की गतिविधियों को कैद कर रहे हैं। भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर के पास नो मैंसलैंड में नेपाल की ओर से पौधरोपण की आड़ में जुलाई के दूसरे पखवाड़े से अतिक्रमण के बाद से सीमा पर तनाव बढ़ गया था। हालांकि नेपाली अफसरों से वार्ता के बाद इसमी कमी जरूर आई। वहीं भारत की आपत्ति के बाद नेपाल की ओर से लगे कैमरे की दिशा में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है। कैमरे की दिशा को भारतीय क्षेत्र से दूर करने के लिए एसएसबी के कमांडेंट से नेपाल के अपने समकक्ष अधिकारियों से बात करने के निर्देश दिए गए हैं।