सावधानः प्रदेश में मानसून का कहर, दरकने लगे पहाड़

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चमोली: मानसून की दस्तक के साथ ही पहाड़ी जिलों में भारी का कहर दिखने लगा है। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेशभर में करीब 33 सड़कें बंद हैं। इस बीस लैंसस्लाइल का खतरा भी बढ़ गया है। पहाड़ों से पत्थरों के साथ भी भारी-भरकम बोल्डर भी गिरने लगे हैं। जिनसे हादसों का खतरा बना हुआ है। अगर आप भी पहाड़ों का सफर कर रहे हैं, तो जरा संभलकर करें।

चमोली जिले के गोपेश्वर मेें कलक्ट्रेट की ओर जाने वाले बाईपास मार्ग पर आज सुबह एक भारी-भरकम बोल्डर सड़क पर आ गिरा। बोल्डर से सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया। सड़क पर बिछी पेंटिंग पूरी तरह से तबाह हो गई। गनीत रही कि उस वक्त मार्ग से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। वरना बड़ा हादसा भी हो सकता था।

बद्रीनाथ हाईवे फिलहाल सुचारू है। नई टिहरी में देर रात से लगातार बारिश हो रही है। हरिद्वार में भी मौसम बदला है। सुबह 3 बजे से हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ज्वालपुर के कटहरा बाजार में जलभराव होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

एक दिन पहले केदारनाथ यात्रियों को लेकर लौट रहे वाहन पर पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिर गया। इसमें एक महिला यात्री की मौत हो गई। 10 यात्री घायल हुए हैं। केदारनाथ हाईवे पर मुनकटिया के पास की है। भारी बारिश के बीच सोनप्रयाग से गौरीकुंड की ओर आ रहे यात्री वाहन पर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिर गया। मलबे में यात्री वाहन के दबे होने की सूचना पर एसडीआरएफ, पुलिस और डीडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर 10 लोगों को निकाला।

महाराष्ट्र के अहमदनगर निवासी 62 वर्षीय पुष्पा के शव को वाहन काटकर निकाला गया। महाराष्ट्र के अहमदनगर निवासी ज्योति बाला काले, कल्पना काले, राम सालुंके, क्रशाना भाले, पटना (बिहार) निवासी गौतम कुमार, शिव कुमार, अंकित शर्मा, बडासू (रुद्रप्रयाग) निवासी रमेश सिंह, नेपाली नागरिक पलमन और टीकाराम का इलाज चल रहा है।

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