देहरादून/चमोली: एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि चमोली में आपदा प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जोरों पर है। बचाव टीम 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग में अभियान चल रही है। सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन मलबा सबसे बड़ी बाधा बन रही है। तेजी के साथ मलबे को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 27 लोग जिंदा, 11 मरे, 153 लापता हैं। 153 में से 40-50 सुरंग में फंसे हुए हैं। उत्तराखंड में शेष लोगों के बहने की आशंका है।
आपदा प्रभावित क्षेत्र में सेना, आइटीबीपी, एसएसबी और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। चमोली पुलिस के अनुसार, टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं। वहीं अभी टनल में 30 लोग फंसे हुए हैं।
हैलीकॉप्टर से पहुंचाई जा रही मदद
आपदा में सडक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा हैलीकॉप्टर के माध्यम से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचायी जा रही है। डीएम ने कहा कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नहीं हो जाता तब तक हैली सेवा से यहां पर रसद पहुंचाया जाएगा।