देहरादूनः कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दून प्रशासन ने छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत सर्वाजनिक स्थल पर एकजुट होकर अर्घ्य देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल बिहार व उत्तर प्रदेश के प्रवासी लोगों द्वारा मनाये जाने वाले छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में लोग नदी किनारे सूर्य को अर्घ्य देते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए देहरादून प्रशासन ने इस बार नदी,घाटों पर दिये जाने वाले अर्घ्य पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके तहत इस बार सभी लोग अपने-अपने घरों पर रहकर ही पूजन करेंगे और सूर्य को अघ्र्य देंगे। घरों में भी लोग सीमित संख्या में एकत्रित होंगे और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क पहनेंगे।
उन्होंने बताया कि गाइडलाइन में बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को देखते हुए विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। जिसके तहत 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का पूजा के दौरान उचित ध्यान रखने और 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को पूजन से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी गई है। वहीं कंटेनमेंट जोन में पूजा का आयोजन प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी तरह के नियम के उल्लंघन पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
छठ पूजा हेतु दिशा-निर्देश
- छठ पूजा के दौरान मास्क और दो गज की दूरी जरूरी
- इस बार घरों पर रहकर ही दिया जाएगा अर्घ्य
- कंटेनमेंट जोन में छठ पूजा प्रतिबंधित
- छठ पूजा के कार्यक्रम में अधिक संख्या में घरों में न हों एकत्रित
- दस वर्ष से कम आयु के बच्चों का छठ पूजा के दौरान रखें विशेष ख्याल
- 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग कार्यक्रम से बनाये दूरी
- शासन-प्रशासन के दिशा-निर्देशों का करें पालन