देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में 17 दिनों से फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर 28 नवंबर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद हर जगह जश्न का माहौल है। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित अपने आवास पर इगास पर्व का आयोजन किया। इस खास आयोजन में रेस्क्यू किए गए श्रमिक भाइयों के साथ सीएम धामी जमकर थिरकते नजर आए. सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकाले जाने की खुशी में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान जमकर आतिशबाजी भी की गई। इस खास मौके पर सीएम ने कहा कि मेरी दिवाली मंगलवार को आयी, जब सुरंग के अंदर 17 दिनों से फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, उत्तराखंड मना रहा जीत का ‘इगास’। उन्होंने आगे लिखा कि सभी श्रमिक भाइयों को सिलक्यारा टनल से सकुशल रेस्क्यू किए जाने पर आज उनके परिजनों के साथ शासकीय आवास पर देवभूमि उत्तराखण्ड का लोकपर्व इगास मनाया। समारोह के दौरान सीएम धामी ने अपने आवास पर सभी श्रमिक भाईयों के साथ भोजन भी किया।
उत्तराखण्ड मना रहा जीत का ‘इगास’
सभी श्रमिक भाइयों को सिलक्यारा टनल से सकुशल रेस्क्यू किए जाने पर आज उनके परिजनों के साथ शासकीय आवास पर देवभूमि उत्तराखण्ड का लोकपर्व इगास मनाया। pic.twitter.com/0hsw0wnOMM
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 29, 2023
सीएम हाउस पर हुआ इगास पर्व का आयोजन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के देहरादून स्थित आवास पर इगास पर्व का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएम श्रमिकों के साथ जमकर थिरकते हुए नजर आए। सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकाले जाने की खुशी में सीएम ने ‘इगास’ पर्व का आयोजन किया था, जिसमें जमकर आतिशबाजी भी की गई। सीएम ने कहा कि श्रमिकों के निकलने से वह उतने ही प्रसन्न हैं जितना श्रमिक भाईयों के परिवार वाले हैं। धामी ने कहा कि मेरी दिवाली, इगास और देव दिवाली अब जाकर आयी है। बता दें, उत्तराखंड में दिवाली के दस दिन बाद इगास मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि श्रमिक उनके परिवार की तरह हैं।
मजदूरों को रेस्क्यू के बाद ले जाया गया था अस्पताल
वहीं इससे पहले सिलक्यारा-बारकोट सुरंग हादसे में फंसे सभी 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद उन्हें तत्काल चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। यहां करीब 24 घंटे की चिकित्सा निगरानी में रखे जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। वहीं रेस्क्यू किए गए सभी श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद से उनके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की खराबी नहीं देखी गई थी। सभी श्रमिक पूरी तरह से स्वस्थ्य है।