सहमतिः पूर्वी लद्दाख से सैनिकों को पीछे हटायेंगे भारत-चीन

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भारत-चीन सीमा विवाद का कोहरा छंटने लगा है। दोनों ही देश पूर्वी लद्दाख से सेना हटाये जाने पर राजी हो गये हैं। बैक चैनल चली बातचीत के बाद चीन पूर्वी लद्दाख से सेना पीछे हटाने पर सहमत हुआ। दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बहाली की दिशा में टेगी से काम करना शुरू क्र दिया है ।

नई दिल्लीः पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर राजनयिक स्तर की वार्ता हुई। जिसके परिणाम स्वरूप दोनों देशों ने एलएसी पर शांति बहाली पर सहमति जताई। भारत और चीन सैनिकों को पूरी तरह पीछे हटाने पर तैयार हो गये हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य प्रणाली की रूपरेखा के तहत वार्ता आयोजित की गई।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय समझौतों तथा प्रोटोकॉल के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाने पर सहमति जताई। इसके साथ ही दोनों देशों ने एलएसी के आसपास सैनिकों के पूरी तरह पीछे हटने की बात दोहराई। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, उन्होंने इस बात पर भी सहमति जताई कि द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में दीर्घकालिक अमन-चैन बनाए रखना जरूरी है।

  • हाइलाइट्स
  • भारत और चीन के बीच सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य प्रणाली पर बातचीत हुई
  • दोनों देशों ने सीमावर्ती इलाकों में शांति और संयम कायम रखने पर जोर दिया
  • पिछले महीने गलवान घाटी में हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे
  • भारत के कड़े रुख के कारण चीन को झुकना पड़ा और अब वो सैनिकों को पीछे हटा चुका है

एलएसी से पीछे हटेंगे सैनिक
भारत और चीनी पक्षों के बीच हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वार्ता में भारतीय पक्ष की अगुवाई विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने की, जबकि चीनी का नेतृत्व चीन के विदेश मंत्रालय में सीमा और समुद्री विभाग के महानिदेशक ने किया। मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने भारत-चीन सीमावर्ती क्षेत्रों में हालात की समीक्षा की जिसमें पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर जारी सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा भी शामिल है। उसने कहा कि दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि वरिष्ठ कमांडरों के बीच हुई सहमतियों को गंभीरता से लागू करने की जरूरत है।

जारी है हर स्तर पर बातचीत
पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब आठ सप्ताह से कई जगहों पर गतिरोध बना हुआ है। गलवान घाटी में हिंसक झड़प होने के बाद तनाव और बढ़ गया था। चीनी सेना ने पिछले पांच दिन में भारतीय सेना के साथ सहमतियों के अनुरूप गतिरोध वाले तीन बिंदुओं से सैनिकों की वापसी कराई है। क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों ने पिछले कुछ सप्ताह में कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं की हैं जो लगातार चल रही हैं।

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