कोरोना को लेकर चीन समेत दुनिया के कई देशों में डराने वाले हालात हैं। कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति चीन में है। चीन में महामारी से हजारों लोगों की मौत हो रही है।
स्थिति इतनी गंभीर है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं हैं। अंतिम संस्कार के लिए भी घंटों वेटिंग चल रही है। भयावह स्थिति को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इसी सिलसिले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि देश से कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। मांडविया ने ये भी कहा कि संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया गया है। हम किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
नीयि आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में केवल 27-28% लोगों ने एहतियाती खुराक ली है। हम अन्य लोगों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों से अपील करते हैं कि वे एहतियाती खुराक लें। एहतियाती खुराक सभी के लिए अनिवार्य और निर्देशित है।
वीके पॉल ने अगर आप भीड़भाड़ वाली जगह, घर के अंदर या बाहर हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें। यह उन लोगों के लिए और भी महत्वपूर्ण है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है या जिनकी उम्र अधिक है।