कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में शोध कार्य चल रहे हैं। कई देशों ने वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल करना शुरू कर दिया है। भारत में भी वैक्सीन पर काम चल रहा है। विभिन्न चरणों के बाद भारत में कोविड-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू हो चूका है। सबसे पहले पटना एम्स में मानव परीक्षण शुरू किया गया। पिछले दो दिन में अबतक 8 लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जा चुका है। हालांकि फाइनल परिणाम आने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा।
पटनाः कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे बिहार के पटना एम्स में कोविड-19 वैक्सीन का मानव ट्रायल शुरू हो गया है। पिछले दो दिन में 8 लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया गया है। पटना एम्स के निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने जानकारी कि कुछ चुने हुए लोगों को पटना एम्स में ट्रायल के लिए कोरोना दवा दी गई है। पहले फेज में यहां 18 लोगों को वैक्सीन का डोज देना है। इसका रिजल्ट तीन महीने के बाद आएगा। फिलहाल 54 लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल होगा।
- हाइलाइट्स
- बिहार के पटना एम्स में कोविड-19 वैक्सीन का मानव के ऊपर ट्रायल शुरू।
- पिछले दो दिन में 8 लोगों को दिया गया कोरोना वैक्सीन का डोज।
- पटना एम्स के निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने दी यह जानकारी।
- फिलहाल 54 लोगों पर होगा वैक्सीन का ट्रायल: एम्स निदेशक।
पटना एम्स में मानव ट्रायल
अभी तक कोरोना वैक्सीन का ऐसा ट्रायल देश के किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है। इस तरह से पटना एम्स कोरोना से लड़ाई के लिए सबसे पहले सामने आया है। पटना एम्स के एम्स के निदेशक ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी और आईसीएमआर ने बनाई है। इसी का पटना एम्स समेत देश के 12 संस्थानों में ट्रायल होना है, जो सबसे पहले पटना एम्स में शुरू हो चुका है।