दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे वाया सहारनपुर दिसंबर 2023 तक तैयार हो सकता है। नए एक्सप्रेसवे पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ सकेंगी। दिल्ली-देहरादून-सहारनपुर एक्सप्रेसवे को डिजाइन को 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के लिए किया गया है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ेगा। इससे आसपास के शहरों के लिए दो एक्सप्रेसवे और निकलेंगे। यह देश का पहला हाइवे होगा जिसपर वाइल्ड लाइफ को प्रोटेक्ट करने के लिए स्पेशल कॉरिडोर बन रहा है। दिल्ली से देहरादून की दूरी अभी करीब 235 किलोमीटर है, एक्सप्रेसवे से घटकर 210 किलोमीटर रह जाएगी। दिल्ली से देहरादून पहुंचने में 6 से 7 घंटे नहीं, सिर्फ 2.5 घंटे का वक्त लगेगा। जानिए दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे का रूट मैप और अन्य जानकारी।
दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट का रूट मैप
नए एक्सप्रेसवे का मेन रूट दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून रहेगा। दिल्ली और देहरादून को कनेक्ट करने वाला नया एक्सप्रेसवे गाजियाबाद, बागपत, बड़ौत, शामली, सहारनपुर से भी होकर जाएगा। इसका निर्माण तीन चरण में किया जा रहा है।
पहला चरण: दिल्ली के अक्षरधाम से प्रस्तावित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) जंक्शन के बीच 32 किलोमीटर लंबा 12 लेन का स्ट्रेच
दूसरा चरण: दिल्ली में EPE जंक्शन से लेकर सहारनपुर बाईपास के पास गणेशपुर तक
तीसरा चरण: गणेशपुर से लेकर देहरादून तक
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का 6.5 किमी हिस्सा होगा एलिवेटेड
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का मात्र 6.5 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड होगा। हाइवे भले ही एनएच-9, अक्षरधाम मंदिर के पास से शुरू होगा, लेकिन इसका एलिवेटेड हिस्सा गीता कॉलोनी श्मशान घाट के पास से शुरू होगा। खजूरी चौक पार करने के बाद हाइवे सीआरपीएफ कैंप से करीब 400 मीटर पहले एलिवेटेड से नीचे सड़क पर उतर जाएगा। इसके बाद हाइवे का आगे का पूरा हिस्सा सतह पर ही रहेगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स, लूप और रैंप
दिल्ली की सीमा में पांच एंट्री और एग्जिट पॉइंट और गाजियाबाद में तीन रैंप और लूप बनाए जाएंगे। दिल्ली में अक्षरधाम, गांधीनगर-गीता कॉलोनी, आईएसबीटी-दिलशाद गार्डन मार्ग, खजूरी पुस्ता मार्ग और सिग्नेचर ब्रिज मार्ग पर होंगे। जबकि गाजियाबाद में यूपी बार्डर से 3 किमी आगे, मंडोला, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे खेकड़ा के पास।
दिल्ली-देहरादून हाइवे के लिए शास्त्री पार्क रेडलाइट के पास अलग से एक लूप बनाया जाएगा। कश्मीरी गेट बस अड्डे की तरफ से आने वाले जिन लोगों को हाइवे पर जाना है, वे आसानी से लूप का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसी तरह से खजूरी रेडलाइट के पास भी हाइवे पर जाने के लिए अलग से रैंप बनाया जाएगा।
एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बनेगी सर्विस रोड
एलिवेटेड से सतह पर आने के बाद छह लेन का हाइवे बिल्कुल बीच में रहेगा। इसके अलावा हाइवे के दोनों तरफ 10.25 मीटर की सर्विस लेन बनाई जाएगी। जिन लोगों को आसपास की कॉलोनियों में जाना है, वे इन सर्विस लेन का इस्तेमाल करेंगे। हाइवे पर सिर्फ वही ट्रैफिक होगा जिसे यूपी या देहरादून जाना है।
FNG से भी कनेक्ट होगा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे बन रहा है। इसको आगे नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (NPR) से जोड़ा जाएगा। फिर NPR को दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे (DDE) से लिंक किया जाएगा। FNG बनने से दिल्ली में वाहनों का दबाव कम होगा। इससे ट्रैफिक कम करने में मदद मिलेगी। गाजियाबाद या नोएडा से फरीदाबाद जाने वालों को फिर दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी।
दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे पर टोल कितना लगेगा?
दिल्ली की सीमा पार करने के बाद यूपी शुरू होते ही टोल प्लाजा बनाया जाएगा। एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि टोल कितना रहेगा, अभी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है।
दिसंबर तक खुल जाएंगे पैकेज-1 और पैकेज-2
नए एक्सप्रेसवे का पैकेज-1 (अक्षरधाम से लोनी) और पैकेज-2 (लोनी से खेकड़ा) इसी साल खुल सकता है। दोनों पैकेज को दिसंबर 2023 तक खोला जा सकता है। इसका ज्यादातर हिस्सा एलिवेटेड रहेगा। 6 लेन के एलिवेटेड हिस्से से दिल्ली में यमुनापार और लोनी के भीतर से पहले जाने वाला ट्रैफिक ऊपर से निकल जाएगा। पूरा एक्सप्रेसवे तैयार होने की डेडलाइन दिसंबर 2024 की है।