पेयजल संकट को लेकर प्रदर्शन, अनशन पर बैठे ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

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श्रीनगर। कीर्तिनगर ब्लॉक के हिंसरियाखाल, पाटाखाल एवं अकरी बारजूला पट्टी के 88 राजस्व गांवों को पेयजल मुहैया कराने वाली लक्षमोली- हडिमधार पेयजल योजना से आपूर्ति सुचारू न होने के विरोध में क्षेत्रीय विकास एवं संघर्ष समिति सरिपाखात ने बुधवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।

पहले दिन समिति के अध्यक्ष पोतांबर दत्त बलूनी, इंद्रमणी बंगवाल, हरि प्रसाद बंगवाल, मुधसूदन बंगवाल, सुरेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र सिंह व गिरीश प्रसाद उनियाल क्रमिक अनशन पर रहे। इस मौके पर समर्थन बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाओं ने भागीदारी की।

ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगें पर अमल नहीं हुआ तो उन्हें 20 फरवरी से आमरण अनशन के लिए विवश होना पड़ेगा। मायादेवी खाल में क्रमिक अनशन पर बैठे समिति के अध्यक्ष पीतवर दत्त बलूनी ने कहा कि समिति व जल संस्थान के बीच पूर्व में 14 फरवरी तक मांगों के समाधान को लेकर लिखित समझौता हुआ था। जिस पर जल संस्थान की ओर से सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कह कि अलकनंदा नदी के जल स्तर में कमी आने से पेयजल योजना के इंफिल्ट्रेशन वेल में पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे पंपिंग में दिक्कतें हो रही है। इससे क्षेत्र में तीसरे दिन कम मात्रा में पानी की आपूर्ति होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा त्यूणा गदेरे से आने वाली लाइन की मरम्मत को लेकर भी जल संस्थान की ओर से कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। जिससे समिति अपने के ठगा सा महसूस कर रही है।

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