देहरादून जिले की चकराता तहसील के त्यूणी क्षेत्र में एक मकान में आग लगने की घटना की उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शुक्रवार को जांच के आदेश दिए, जबकि काम में लापरवाही बरतने के आरोप में क्षेत्र के नायब तहसीलदार के अलावा दमकल के चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। इस बीच, घटनास्थल से दो बालिकाओं के झुलसे हुए शव बरामद किए गए जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है ।
चकराता की उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम त्यूणी पुल के पास स्थित लकड़ी के मकान में लगी आग में फंसी आयु ढाई से 12 साल की चार बालिकाओं में से दो के शव बरामद हो गए हैं जबकि एसडीआरएफ की मदद से अन्य दो की तलाश की जा रही है ।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि प्रथमदृष्टया रसोई गैस सिलेंडर के फटने से आग लगी और इस पर करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका। उन्होंने बताया कि शाम को हुई घटना के समय इन बालिकाओं की माताएं बाहर कपड़े धोने गयी हुई थीं जबकि मकान में मौजूद एक पुरूष और एक लड़का आग से बचकर बाहर निकलने में सफल रहे।
उधर, घटनास्थल का जायजा लेने के लिए पहुंची देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका के सामने लोगों ने त्यूणी के नायब तहसीलदार और तहसीलदार के मौके पर न पहुंचने की शिकायत की। इसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को तत्काल निलंबित कर दिया और कहा कि तहसीलदार के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी ।
दमकल की गाड़ियों में पानी कम होने के कारण आग बुझने में हुई देरी की खबरों के बीच पुलिस महानिदेशक ने पुलिस उपमहानिरीक्षक (दमकल) निवेदिता कुकरेती को घटना की जांच करने के आदेश दिए हैं। कुमार ने कहा कि घटना में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कुमार ने कुकरेती को घटना की जांच प्राथमिकता के आधार पर करने तथा तीन दिनों में रिपोर्ट उन्हें सौंपने के आदेश दिए हैं । कुमार ने कहा कि जांच रिपोर्ट में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की कमी पाए जाने पर उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
इस बीच, देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि प्रथमदृष्टया कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में दमकल की स्थानीय इकाई के प्रभारी समेत चार कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।