देहरादून। राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित दरबार में पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों के पर्चे खोले। सबसे पहले देहरादून के एक व्यक्ति का पर्चा खुला। उसमें पारिवारिक समस्या बताई गई। इसके बाद एक महिला की अर्जी लगी। इस तरह से उन्होंने दरबार में आए कई भक्तों को बुलाया जिनकी अर्जी स्वीकार हुई। इस बीच धीरेंद्र शास्त्री ने दरबार में सबसे पीछे खड़े एक व्यक्ति को बुलाया। उन्होंने कहा कि सबसे आखिरी में पेड़ के पास विजय नाम के व्यक्ति खड़े हैं उनकी अर्जी स्वीकार हुई है, वो आ जाएं। यह सुनते ही पूरा दरबार तालियों से गूंज गया। इसके बाद उन्होंने हेलमेट पहने खड़े एक व्यक्ति को बुलाया। उन्होंने कहा, जो तुम अपने दोस्तों से हमारे बारे में बात कर रहे थे, वो हमें हमारी वाई-फाई से सुनाई दे गई। इसके बाद उन्होंने मंत्रों के साथ सामूहिक अर्जी लगवाई। इस दौरान करीब 15 लोगो की अर्जी स्वीकार हुई।
रात 11:55 बजे तक लगा दरबार
रात 11:55 बजे तक चले दरबार में भक्तों की अर्जी का समाधान किया गया। इस मौके पर संत गोपालमणि महाराज, देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती, बदरीनाथ से पहुंचे महंत बालक योगेश्वर, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पुरोला विधायक दुर्गेश लाल, राजपुर रोड विधायक खजान दास आदि मौजूद रहे।
बाबर को बेघर कर बढ़ाएंगे रघुवर का नाम
शनिवार को देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित खेल मैदान में आयोजित दिव्य दरबार में बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित किया। जिस तरह एक ब्लड ग्रुप वाला दूसरे ब्लड ग्रुप वालों को रक्त नहीं दे सकता, वैसे ही कैसे हम दूसरा मजहब स्वीकार सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले जमीनों पर कब्जा कर चादर डाल देते थे, अब जरूरत है बाबर को बेघर कर रघुवर का नाम बढ़ाया जाए। उत्तराखंड में यह काम होते दिख रहा है। जब उन्हें बागेश्वर नाम सुनाएंगे तो कोई चादर व फादर के निकट नहीं आएगा। यह उद्गार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने व्यक्त किए।
देरी से आने के लिए खेद किया व्यक्त
श्री पशुपतिनाथ मंदिर भारत चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस दिव्य दरबार को शाम चार बजे से शुरू होना था, लेकिन मुंबई से दून पहुंचने के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विमान को दो बार इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। लिहाजा वह रात आठ बजकर 21 मिनट पर परेड मैदान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देरी से आने का कारण बताया और इंतजार के लिए खेद भी व्यक्त किया।