भारत ने यूनाइटेड किंगडम से कहा है कि वह भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को किसी भी हाल में अपने यहां शरण नहीं दे। माल्या के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो चुका है, बस कुछ कानूनी प्रक्रियाएं बाकी हैं। इसके बाद माल्या को भारत लाया जायेगा। माल्या ने देश में करोड़ों रूपये की हेरफेर कर रही है। मामला प्रकाश में आने के बाद वह ब्रिटेन भाग गया था।
नई दिल्ली: भारत सरकार ने यूके से कहा कि अगर विजय माल्या शरण मांगे तो उसकी अपील ठुकरा दी जाए। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि यूके की संबंधित अथॉरिटीज से भारत की चिंताओं से अवगत करा दिया गया है और उनसे कहा गया है कि वो माल्या को किसी भी कीमत पर शरण नहीं दें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि माल्या को प्रत्यर्पण नियमों के तहत जल्द ही भारत लाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए हम ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमने ब्रिटेन के पक्ष से अनुरोध किया है कि अगर उसकी तरफ से शरण के लिए अनुरोध किया जाए तो उस पर विचार न किया जाए।
- हाइलाइट्स
- भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को वापस लाने की प्रक्रिया चल रही है
- भारत ने यूके से कहा कि अगर माल्या शरण मांगे तो बिल्कुल विचार नहीं करें
- यूके की अथॉरिटीज के साथ प्रत्यर्पण की बाकी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं
- 17 बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये लेकर भागा माल्या कभी भी भारत लाया जा सकता है
गौरतलब है कि यूके के सुप्रीम कोर्ट ने 14 मई को विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण पर मुहर लगा दी थी। अब यूके के कानूनों के मुताबिक कुछ प्रक्रियाएं पूरी करनी हैं जिसके बाद उसे कभी भी भारत लाया जा सकता है। माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है। वह 2 मार्च, 2016 को भारत से चोरी-छिपे यूके भाग गया था।