देहरादून : सचिवालय स्थित मुख्य सचिव सभागार में आज उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल व आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभागीय मंत्री डॉ रावत ने कहा कि राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए विभागीय ढांचे का पुनर्गठन किया जाना अति आवश्यक है। इसके लिए जरूरी हुआ तो विभागीय नियमावली में भी संशोधन किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन विभाग को मजबूत और जवाबदेह बनाने के लिए विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को विभाग के प्रशासनिक ढांचे के पुनर्गठन के निर्देश देते हुए प्रस्ताव तैयार कर आगामी कैबिनेट में लाने को कहा। डॉ रावत ने कहा कि उत्तराखंड आपदा के लिहाज से अति संवेदनशील राज्य है, ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग का जवाबदेह होना जरूरी बन जाता है।
आपदा के दौरान विभागीय जबावदेही सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने विभागीय ढांचे का पुनर्गठन कर स्थाई कार्मिकों की नियुक्ति के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि पुनर्गठित ढांचे का अंतर्गत तीन श्रेणी का कार्मिकों की व्यवस्था की जाएगी। जिसके तहत स्थाई, संविदा और आउट सोर्स के माध्यम से आपने अपने क्षेत्र में दक्ष कार्मिकों को भर्ती किया जाएगा। इसके लिए विभागीय नियमावली में संशोधन का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा जनपद स्तर पर भी विभागीय ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया।
बैठक में अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन एस. ए मुरुगेशन, अपर सचिव वित्त ए. एस. चौहान, एसीईओ यूएसडीएमए डॉ आनंद श्रीवास्तव, ईडी यूएसडीएमए पीयूष रौतेला, आर. जुगरान, शैलेश घिल्डियाल, ज्योति नेगी, अमित शर्मा, पूजा राणा, पी. डी. माथुर, के.एस. चौहान, विजेंद्र प्रसाद कपरूवान सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।