मानसून शायद उत्तराखंड के लिए किसी मनहूस से कम नहीं है। सूबे में मानसून शुरू होते ही आपदा का कहर बरपने लगता है। जगह-जगह भू-स्खलन और बाढ़ से न सिर्फ जन जीवन ठप हो जाता है। बल्कि इस दौरान जान-माल का भारी नुकसान राज्य को उठाना पड़ता है। इस साल भी मानसून की दस्तक के साथ ही सूबे में कुदरत ने कहर ढ़ाना शुरू कर दिया है। कुमाऊं मंडल में लगातार हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया। अल्मोडा में भारी अतिवृष्टि के चलते एक मकान जमींदोज हो गया। जिसमें एक महिला समेत दो बेटियां मलबे में दफन हो गई।
अल्मोड़ाः मंगलवार रात को कुमाऊं में बारिश ने जमकर कहर बरपाया। अल्मोड़ा के बिन्ता क्षेत्र के अल्मियांगाव के तैलमैनारी तोक में दो मंजिला पत्थर का पुराना मकान अतिवृष्टि के चलते जमींदोज हो गया। हादसे में मां और दो बेटियों की मौत हो गई। पिता राजकीय अस्पताल रानीखेत में भर्ती है। वहीं मृतक महिला का बेटा दोस्त के यहां सोने गया था जिस कारण उसकी जान बच गई।
मंगलवार की देर रात हुई अतिवृष्टि से ग्राम पंचायत अल्मियांगांव के तोक तैलमैनारी निवासी रमेश राम पुत्र स्व.नाथू राम का दोमंजिला मकान धराशायी हो गया। मलबे में दबने से रमेश राम की पत्नी चंद्रा देवी और पुत्री कमला (17) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी पिंकी (12) ने रानीखेत अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में रमेश राम को रानीखेत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि रमेश राम की कॉलरबोन टूट गई है। रानीखेत अस्पताल में सर्जन मुकेश जोशी ने पोस्टमार्टम के बाद मां और बेटियों के शव परिजनों को सौंप दिए।
आपको बता दें कि कमला ने राजकीय इंटर कॉलेज बिंता से इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी जबकि पिंकी राजकीय जूनियर हाईस्कूल भतौंरा में 7वीं कक्षा में पढ़ती थी। द्वाराहाट एसडीएम आरके पांडेय ने बताया कि पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से मकान क्षति का एक लाख नौ सौ रुपये और 3800 रुपये फौरी सहायता दे दी गई है। इसके अलावा, पीड़ित परिवार को राशन की दो किट भी दी गई है।
उधर, सोमेश्वर तहसील क्षेत्र में साईं नदी में इंटर कॉलेज सलौंज के चतुर्थ श्रेणी कर्मी मोहन सिंह अधिकारी (53) की मौत हो गई। हादसे के वक्त वह साईं नदी से होकर घर जा रहा थे। ऊपरी क्षेत्र में बारिश होने से नदी में अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और वह बह गए। करीब आधा किमी दूर उनका शव बरामद हुआ। खटीमा में खकरा नाले के उफान में वार्ड संख्या सात, अमाऊं, कादरी कॉलोनी निवासी समीर (17) पुत्र इदरीश बुधवार की दोपहर बह गया। जिसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया।
कुमायूं मंडल में भारी बारिश के कारण मलबा आने से जहां-तहां सड़कें बंद हो गई हैं। पिथौरागढ़ जिले में 18 से अधिक सड़कें बंद हैं। रातीगाड़ के पास थल-मुनस्यारी सड़क को खोल रही जेसीबी के ऊपर मलबा गिर गया। हादसे में मशीन को काफी नुकसान हुआ है। जेसीबी ऑपरेटर बलबीर सिंह यादव को हल्की चोट आई हैं। कठौल व स्वांला के पास मलबा और चट्टान गिरने के चलते बुधवार को 12 घंटे से अधिक वक्त तक आवाजाही ठप रही। वही, बारिश से धनगढ़ी नाला उफान पर आ गया। सुबह बारिश के कारण एनएच 309 को दो घंटे के लिए बंद करना पड़ा। इस दौरान कई वाहन नाले के दोनों ओर फंस गए।