देहरादून। कल से शुरू देहरादून का ऐतिहासिक झंडे जी मेला का आगाज होने जा रहा है। कल श्री झंडा जी का आरोहण किया जाएगा। इसके मद्देनजर यातायात पुलिस ने शहर में रूट डायवर्ट प्लान जारी किया है।
यह है रूट डायवर्ट प्लान
इस दौरान बिंदाल पुल से तिलक रोड व तालाब की ओर कोई भी चौपहिया वाहन नहीं जा पाएगा। साथ ही सहारनपुर चौक से दरबार साहिब की ओर किसी भी प्रकार का वाहन नहीं जाएगा। पीपलमंडी चौक से हनुमान चौक व सहारनपुर चौक की ओर कोई भी वाहन नहीं भेजा जाएगा।
जीरो जोन रहेगा यह एरिया
इसके अलावा झंडा जी के आरोहण के दौरान बैंड बाजार की ओर से दरबार साहिब की ओर कोई वाहन नहीं जाएगा। उक्त मार्ग जीरो जोन रहेगा। कांवली रोड व एसजीआरआर पब्लिक स्कूल रोड से भी किसी भी प्रकार का वाहन दरबार साहिब की ओर नहीं जाएगा। झंडा आरोहण के दौरान सहारनपुर चौक, गऊघाट तिराहा, दर्शनीगेट, मोची गली, तालाब के चारों ओर, भंडारीबाग चौक पर बैरियर लगाकर किसी भी प्रकार के वाहन नहीं आएंगे। उक्त मार्ग जीरो जोन रहेंगे।
अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के रूट
मातावाला बाग से सभी संगतों के वाहनों को भंडारीबाग व बांबे बाग पार्किंग स्थल पर ही पार्क कराया जाएगा।हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से आने वाले वाहन सिंगनीवाला, नयागांव, शिमला बाइपास चौक से आएंगे। उनके लिए मातावाला बाग में पार्किंग स्थल रहेगा। पंजाब और उत्तर प्रदेश से आने वाले वाहन आशारोड़ी से शिमला बाइपास चौक होते हुए मातावाला बाग पहुंचेंगे। वाहनों को यहां पार्क किया जाएगा। हरिद्वार रोड से आने वाले वाहन रिस्पना से कारगी चौक होते हुए भंडारीबाग पार्किंग स्थल में पहुंचेंगे।
यह हैं पार्किंग स्थल
बांबे बाग पार्किंग
झंडा ग्राउंड पार्किंग
विराट पार्किंग
हिंदू नेशनल स्कूल पार्किंग
श्री झंडे जी मेला में पुलिस बल की कमी
श्री झंडे जी आरोहण के दौरान बाहर से बड़ी संख्या में संगत देहरादून पहुंचती है। इस दौरान दरबार साहिब के चारों तरफ हजारों की संख्या में संगत रहती है। झंडे जी आरोहण के दौरान भीड़ को देखते हुए पिछले सालों में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की जाती थी, लेकिन इस बार बजट सत्र भी साथ होने के चलते फोर्स का संकट खड़ा हो गया है।
12 मार्च को देहरादून में श्री झंडे जी मेला और 13 मार्च से भराड़ीसैंण में बजट सत्र होने के चलते फोर्स का संकट पैदा हो गया है। हालत ऐसे हैं कि थानों व कार्यालयों से स्टाफ को श्री झंडे जी मेले में ड्यूटी पर लगाया गया है, इसके बावजूद भी फोर्स कम पड़ रहा है। फोर्स को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।