एजुकेशन: 01 नवम्बर को ‘डाॅ. भक्त दर्शन’ पुरस्कार से सम्मानित होंगे उत्कृष्ट शिक्षकः डा. धन सिंह

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देहरादून: विद्यालयी शिक्षा की तर्ज पर अब उच्च शिक्षा विभाग भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करेगा। यह बात प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कही। डाॅ. रावत ने आज राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ आयोजित बैठक में बताया कि 01 नवम्बर को दून विश्वविद्यालय में प्रदेश के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को ‘डा. भक्त दर्शन’ पुरस्कार दिया जायेगा। जिसमें शिक्षकों को 50 हजार रूपये नकद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। इस बार 04 शिक्षकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अगली बार से यह पुरस्कार डाॅ. भक्त दर्शन जी की जयंती पर प्रत्येक वर्ष फरवरी माह में दिया जायेगा।

रैंकिंग के लिए कसी कमर
एनआईआरएफ यानी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की रैंकिंग प्राप्त करने के लिए प्रदेश के राजकीय व निजी विश्वविद्यालय प्रयास करेंगे। सचिवालय में आयोजित राजकीय व निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में यह बात उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 रावत ने कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में क्वालिटी एजुकेशन के लिए विश्वविद्यालयों को एनआईआरएफ रैंकिंग पाने के लिए प्रयास करने चाहिए। ताकि प्रदेश के विश्वविद्यालय भी गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए देशभर में पहचान बना सके। इस दौरान उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय और ग्राफिक एरा विवि द्वारा रैंकिंग हासिल करने पर हर्ष व्यक्त किया।

उन्होनें कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय अभी से रैंकिंग प्राप्त करने के लिए तैयारियां शुरू कर दें। वहीं इस मौके पर कुमायूं विवि के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी और ग्राफिक एरा के कुलपति प्रो. संजय जसोला एवं प्रो. राकेश शर्मा ने संयुक्त रूप से एनआईआरएफ रैंकिंग में आने के लिए की जाने वाली तैयारियों पर प्रस्तुतिकरण दिया। विदित हो कि कुमायूं विवि के फार्मेसी विभाग ने 75वीं रैंक जबकि ग्राफिक एरा विवि ने ओवर आॅल रैंक में 97वीं और इंजीनियरिंग श्रेणी में 89वीं रैंक हासिल की थी।

गांव लेंगे गोद
राजकीय व निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने निजी विश्वविद्यालयों के संचालकों से आहवान किया कि प्रत्येक विश्वविद्यालय एक-एक गांव गोद लें। उन्होंने कहा कि अगर विश्वविद्यालय ऐसा करते हैं कि तो प्रदेश के कई गांव की स्थिति में सुधार आयेगा। जिससे गांव में विकास कार्यों में भी तेजी आ सकेगी। इसके साथ ही डाॅ0 रावत ने निजी विश्वविद्यालयों से एक-एक राजकीय महाविद्यालय को गोद लेकर उन्हें तकनीकी सहयोग देने को कहा। जिस पर सभी निजी विश्वविद्यालयों ने अपनी सहमति जताई।

नवम्बर में खुलेंगे काॅलेज
कोरोना संक्रमण से बंद पड़े उच्च शिक्षण संस्थानांे को खोले जाने को लेकर बैठक में मैराथन चर्चा हुई। जिसमें अधिकतर शिक्षण संस्थानों के संचालकों एवं कुलपतियों ने उच्च शिक्षा मंत्री से संस्थानों के संचालन को लेकर निर्देश देने की मांग की। जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान भारत सरकार व राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप खोले जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से चर्चा कर, भारत सरकार की गाइडलाइन जारी होने के सप्ताह भर के अंदर काॅलेजों को खोल दिया जायेगा। हालांकि उन्होंने सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों को नवम्बर माह में संस्थान खोलने के लिए तैयार रहने के संकेत दिये।

बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आनंद वर्द्धन, सलहाकार उच्च शिक्षा एमएसएम रावत, के.डी पुरोहित, प्रभारी सचिव विनोद रतूड़ी, कुलपति उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ओ.पी.एस. नेगी, कुलपति श्रीदेव सुमन विवि डाॅ. पी.पी.ध्यानी, कुलपति कुमाऊं विवि प्रो. एन.के.जोशी, कुलपति सोबन सिंह जीना विवि प्रो. एन.एस. भंडारी, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. कुमकुम रैतेला, सहित श्रीराम हिमालयन, ग्राफिक एरा, डीआईटी, देव संस्कृत, पतंजलि, क्वांटम, श्रीगुरू रामराय, उत्तराखंड पेट्रोलियम, जी हिमगिरी, सरदार भगवान सिंह, सुभारती, कोर, आईएमएस, मदरहुड, इक्फाई आदि विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संचालक उपस्थिति रहे।

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