उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश में पारदर्शी शासन चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें सूबे में ई-कैबिनेट शुरू करने श्रेय भी जाता हैं। उन्होंने सीएम डेसबोर्ड के माध्यम से शासन में सुधार के लिए प्रयास किये। अब उन्होंने ई-कलेक्ट्रेट प्रणाली को शुरू कर दिया है। इस प्रणाली से आम लोग घर से ही अपने काम कर सकेंगे। मुख्यमंत्री की इन तमाम कोशिशों में अगर झांके तो साफ होता है कि वह सच में प्रदेश में जीरो टोलरेंस की नीति पर काम करने में जुटे है। जिसका फायदा आम जनता को मिलेगा।
देहरादूनः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ई-कलेक्ट्रेट प्रणाली का देहरादून में शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय की मांग के अनुसार तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग जरूरी है। ई-कलेक्ट्रेट प्रणाली से लोगों को सुविधा तो होगी ही, साथ ही समय कि बचत भी होगी। उन्हें अनावश्यक कार्यालयों की भागदौड़ भी नहीं करनी पड़ेगी। ई-ऑफिस प्रणाली से कार्यों में और पारदर्शिता आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य विभागों में भी ई-ऑफिस प्रणाली शुरू करने के लिए प्रयास किए जाए।
देहरादून जिले के लोगों को अब कलेक्ट्रेट ऑफिस जाने से निजात मिल गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ई-कलेक्ट्रे प्रणाली का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने निर्धारित समयावधि से एक सप्ताह पहले ही ई-कलेक्ट्रेट प्रणाली शुरू करवाने पर जिला प्रशासन को बधाई दी है। जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि ई-कलेक्ट्रेट प्रणाली का शुभारंभ स्मार्ट सिटी देहरादून, आइटीडीए और एनआइसी के सहयोग से किया गया। इसके तहत कलेक्ट्रेट के सभी अनुभाग इस प्रणाली से जोड़े गए हैं।
अब कलेक्ट्रेट के सभी अनुभागों में इस प्रणाली के माध्यम से कार्य किए जाएंगे। राजस्व विभाग के फील्ड कर्मी भी इसी तरह कार्य करेंगे। इससे पारदर्शिता के साथ ही अधिकारी एऔर संबंधित कार्मिक की निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण करने की जिम्मदारी तय रहेगी। जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि ई-ऑफिस प्रणाली के दूसरे चरण में तहसील और विकासखंड में कार्य किए जाएंगे। उसके बाद इलेक्शन ऑफिस और पंचस्थानी चुनाव के ऑफिस को इस प्रणाली से जोड़ा जाएगा।