राजस्थान की गहलोत सरकार के तख्तापलट को लेकर पड़यंत्र रचने वाले दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान एसओजी ने दोनों की गिरफ्तारी की है। एसओजी ने साजिश का पर्दाफाश करते हुए राज्य सभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त दोनों लोग शामिल थे और गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रच रहे थे।
जयपुर: राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग मामले में जांच में जुटी राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को बड़ी कामयाबी मिली है। एसओजी ने कई संदिग्धों के फोन सर्विलांस पर रखते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की साजिश से पर्दा उठाया है। एसओजी ने इस सियासी साजिश में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ब्यावर से बीजेपी नेता और व्यवसायी भरत भाई, उदयपुर से राजपूत नेता अशोक चैहान शामिल हैं। एसओजी दोनों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही इस पूरे मामले में कोई बड़ा खुलासा और हो सकता है।
एसओजी ने दर्ज किया मामला
एसओजी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त और गहलोत सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में एक मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक राठौड़ ने बताया कि दो व्यक्ति, जिनके मोबाइल नम्बर की जानकारी है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उनसे पूछताछ जारी है और इस मामले में अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जायेगा।
- हाइलाइट्स
- अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश का बड़ा खुलासा।
- राजस्थान पुलिस की एसओजी ने दर्ज की एफआईआर में खरीद-फरोख्त का खुलासा।
- फोन सर्विलांस पर रखे, दो लोगों को सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- उदयपुर और ब्यावर से गिरफ्तार दोनों आरोपियों को बीजेपी से संपर्क भी सामने आया।
- विधायकों की खरीद-फरोख्त के बार सरकार गिराने और नया मुख्यमंत्री बनाने की रचि गई साजिश।
25 करोड़ लगी थी विधायकों की बोली
एसओजी के अनुसार इन मोबाइल नंबर पर 13 जून को हुई बातचीत में विधायकों को खरीदने और गहलोत सरकार को गिराने का मामला सामने आया। इन दोनों नंबरों पर हुई वार्ता में सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इससे पहले एसओजी को सूचना मिली थी कि सुजानगढ़ विधायक रमीला खड़िया को एक बीजेपी लीडर धन का प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि कांग्रेस विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों को 20-25 करोड़ रुपए का प्रलोभन दिया जा रहा है।
मुख्य सचेत ने दिया था परिवाद
मुख्यमंत्री राजस्थान ने भी राज्यसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी की ओर से विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए प्रलोभन देकर खरीदने की बात कही थी। इसके बाद महेश जोशी मुख्य सचेतक कांग्रेस ने एसओजी में परिवाद दर्ज कराया था। एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में जांच पड़ताल करते हुए एक मामला दर्ज किया है। इस मामले में एसओजी ने मोबाइल सर्विलांस वार्ता के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है।
बीजेपी बोली कांग्रेस की साजिश
इस पूरे मसले पर राजस्थान बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इसके पीछे साजिश बताया है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि एसओजी में दर्ज मामले की स्क्रिप्ट कांग्रेस सरकार की लिखी हुई है। यह बीजेपी के खिलाफ साजिश है। उन्होंने कहा है कि हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत एसओजी को की गयी।