देहरादूनः वैश्विक महामारी कोविड-19 से उपजी समस्याओं के बीच एक शिक्षका के प्रयासों की चारों ओर सराहना हो रही है। अपने सामाजिक कार्यों से सबका दिल जीतने वाली संगीता कोठियाल फरासी पेशे से शिक्षिका हैं लेकिन वह सामाजिक कार्यों में भी दिलचस्पी रखती हैं। कोरोना से उपजी परिस्थितियों के बीच उन्होंने न सिर्फ शिक्षक धर्म निभाया बल्कि सामाजिक कार्यों के जरिये स्थानीय लोगों व बच्चों का मनोबल बढ़ाया। समाज के प्रति उनके समर्पण भाव को देखते हुए पौड़ी जनपद के गहड़ ग्राम पंचायत की प्रधान रूक्मणि देवी उनकी मुरीद हो गई।
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लगे लाॅकडाउन से हर ओर लोग परेशान थे। महामारी के भय से पहाड़ों में भी समस्याओं से अछूत नहीं रहे। पहाड़ों एक ओर जहां बड़े बुजुर्ग परेशान थे वहीं बच्चे अपने पढ़ाई को लेकर चिंतित थे। समूचा पहाड़ तमाम समस्याओं से जूझ रहा था। गांवों में नेटवर्क न होने से बच्चे ऑनलाइन पढाई से वंचित रहने लगे। कई जगह मोबइल सिग्नल के लिए बच्चे ऊंची पहाडियों की ओर रूख करने लगे। जो किसी खतरे से कम न था। यही समस्या संगीता के स्कूल के बच्चों की थी। लेकिन संगीता ने खुद के प्रयासों से कई गांवों में बच्चों की शिक्षा के इंतजाम किये।
उन्होंने कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कर न सिर्फ बच्चों को पढ़ाया बल्कि उनके लिए अस्थाई रोजगार भी सृजित किया। उनके इस सराहनीय कार्य से ग्राम पंचायत गहड की प्रधान खासी प्रभावित हुई। उन्होंने शिक्षिका संगीता की खूब सराहना की। ग्राम प्रधान रुक्मणि देवी ने संगीता को पत्र लिख कर गांव की ओर से उनके प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।