भाकपा माले के राज्य सचिव कॉमरेड इंद्रेश मैखुरी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिख है। जिसमें उन्होंने सिलकुल में उद्योगों की मानमानी को रोकने और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि सिडकुल में लगे उद्योगों में मजदूरों के हितों के साथ खिलवाड़, नियम-कायदों का उल्लंघन और मालिकों की मनमानी का दौर निरंतर जारी है. ताजातरीन मामला प्लाट नंबर 7, सैक्टर 9, सिडकुल, पंतनगर (उधमसिंह नगर) स्थित फैक्ट्री का है, जिसका पूर्व में नाम पीडीपीईएल प्राइवेट लिमेटेड था, जिसके मालिक अनिल श्रीवास्तव थे. 12-13 वर्षों से यहाँ स्थायी मजदूर काम कर रहे थे.
1 अप्रैल 2023 को नए मालिक जयवीर खटाना ने कंपनी का नाम बदल कर एसएमएजे ऑटोमोटिव कर दिया. नाम बदलने के बाद से स्थायी मजदूरों और सुपरवाइजरों से इस्तीफा देने को कहा गया. 21 अप्रैल 2023 को स्थायी मजदूरों को फैक्ट्री में प्रवेश करने से रोक दिया गया. उनसे कहा गया कि यदि वे काम करना चाहते हैं तो उन्हें स्थायी मजदूरों के तौर पर नहीं बल्कि कांट्रैक्ट मजदूरों के रूप में काम करना होगा.
यह सरासर गैरकानूनी है. स्थायी मजदूरों को काम करने से रोक कर फैक्ट्री मालिक द्वारा ठेका मजदूरों से भारी मशीनों पर काम करवाया जा रहा है, यह भी गैरकानूनी कृत्य है. 24 अप्रैल 2023 को एडिशनल लेबर कमिश्नर, उधमसिंह नगर के समक्ष हुई त्रिपक्षीय वार्ता में यह तथ्य सामने आया कि नया प्रबंधन बिना वैध फैक्ट्री लाइसेंस के फैक्ट्री संचालित कर रहा है. नए मालिक को अब तक फैक्ट्री के स्वामित्व (चवेेमेेपवद) की वैध अनुमति तक हासिल नहीं है.
उन्होंने मांग की है कि इन तमाम तथ्यों के आलोक में यह स्पष्ट है कि उक्त फैक्ट्री का संचालन बिना वैध अनुमति के किया जा रहा है और श्रम क़ानूनों समेत तमाम क़ानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है. अतः महोदय से निवेदन है कि उक्त प्रकरण में हस्तक्षेप करते हुए अपने अधीनस्थों को निर्देशित करें कि उक्त फैक्ट्री में स्थायी मजदूरों को निकालने की कार्यवाही पर रोक लगे, स्थायी मजदूरों को तत्काल पूर्व की भांति काम पर रखा जाये, साथ ही फैक्ट्री के संचालन में श्रम कानून एवं अन्य वैधानिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये.